गोंडा से फरार हुई सास और दामाद को आखिरकार लौट आ गई है। दोनों खोड़ारे थाना क्षेत्र से लापता हुए थे, जिसके बाद परिवार में हड़कंप मच गया था। परिजनों द्वारा थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई गई थी, जिसके आधार पर पुलिस ने तलाश शुरू की।
गोंडा की एक महिला, दामाद के साथ फरार हो गई थी। इस घटना की शिकायत खोड़ारे थाने में दर्ज करवाई गई थी। जांच में सामने आया कि दोनों पड़ोसी जिले बस्ती के दुबौलिया क्षेत्र में छिपे हुए थे। बताया जा रहा है कि दुबौलिया क्षेत्र निवासी युवक रामस्वरूप से महिला की बेटी की शादी तय हुई थी, जो बाद में टूट गई। इसके बाद लड़की की शादी कहीं और तय कर दी गई, लेकिन इससे पहले ही रामस्वरूप 44 वर्षीय सास उषा देवी को लेकर फरार हो गया।
पुलिस ने दोनों को खोज निकाला
महिला की गुमशुदगी की रिपोर्ट खोड़ारे थाने में 27 अप्रैल को दर्ज करवाई गई थी। पुलिस ने छानबीन शुरू की और दुबौलिया पुलिस की मदद से रामस्वरूप के गांव में जांच की। पूछताछ के दौरान उषा देवी भी वहां मौजूद मिलीं। इसके बाद दोनों को खोड़ारे पुलिस के हवाले कर दिया गया।
शादी टूटी तो सास से बात करने लगा शख्स!
पूरा मामला खोड़ारे थाना क्षेत्र के हबीरपुर गांव का है। यहां के निवासी किशन ने अपनी बेटी की शादी बस्ती जिले के भुईरा गांव निवासी रामस्वरूप से तय की थी, यह शादी टूट गई लेकिन रामस्वरूप और किशन की पत्नी उषा देवी के बीच संपर्क बढ़ा और धीरे-धीरे नजदीकियां भी बढ़ गईं।
बताया गया कि 25 अप्रैल की सुबह उषा देवी बिना किसी को बताए रामस्वरूप के साथ चली गई। पति किशन ने उन्हें काफी तलाशा लेकिन जब कुछ पता नहीं चला तो उन्होंने 27 अप्रैल की शाम गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई।
पति का चौंकाने वाला खुलासा
जब पुलिस रामस्वरूप के गांव पहुंची तो दोनों को वहां से बरामद किया गया। पूछताछ के बाद उषा देवी को उनके पति के साथ भेज दिया गया। किशन ने बताया कि उनकी पत्नी की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है, इसी कारण वह बहकावे में आ गई थी। उषा देवी ने अब साफ कहा है कि वह किसी और के साथ नहीं जाएगी, बल्कि अपने पति किशन के साथ ही रहेंगी।