गोंडा के भाजपा जिलाध्यक्ष अमर किशोर कश्यप का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें वह एक महिला के साथ दिखाई दे रहे हैं। वीडियो वायरल होने के बाद भाजपा जिलाध्यक्ष ने सफाई दी कि महिला की तबीयत ठीक नहीं थी, और वह केवल उसे सहारा दे रहे थे।
वहीं, वीडियो में नजर आ रही महिला भी सामने आई है। उसने पुष्टि की कि वीडियो में वही है और अमर किशोर कश्यप को वह जानती है। महिला ने बताया कि उसकी तबीयत खराब थी और उसने खुद फोन कर भाजपा नेता से मदद मांगी थी।
अमिताभ ठाकुर ने की कार्रवाई की मांग
इस मामले को लेकर अब पूर्व IPS अधिकारी और आजाद अधिकार सेना के अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने वीडियो लीक करने वाले व्यक्ति पर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने थाना कोतवाली गोंडा को पत्र लिखकर कहा कि जब महिला और भाजपा जिलाध्यक्ष दोनों स्पष्ट रूप से कह रहे हैं कि तबीयत खराब होने के कारण सहायता दी गई थी, तो यह साफ है कि वीडियो को जानबूझकर गलत और भ्रामक मंशा से वायरल किया गया है।
अमिताभ ठाकुर ने यह भी लिखा कि यह वीडियो भाजपा कार्यालय से ही लीक हुआ प्रतीत होता है। ऐसे में किसी पुरुष और महिला के चरित्र पर संदेह करना और वीडियो लीक करना एक आपराधिक कृत्य है। उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्टया इस मामले में भाजपा के ही कुछ लोगों की संलिप्तता नजर आ रही है, क्योंकि कोई बाहरी व्यक्ति पार्टी कार्यालय से वीडियो लीक नहीं कर सकता।
आखिर भाजपा के किन नेताओं ने लीक दिया भाजपा गोंडा जिला कार्यालय का वीडियो?@azadadhikarsena द्वारा FIR दर्ज कर ऑफिस के अंदर का सीसीटीवी वीडियो लीक करने वाले भाजपा नेताओं पर कार्यवाही की मांग@dmgonda2@gondapolice@dgpup@Uppolice pic.twitter.com/iTgaFj1Di7
— Amitabh Thakur (Azad Adhikar Sena) (@Amitabhthakur) May 26, 2025
वीडियो लीक करने वालों पर हो कार्रवाई
उन्होंने लिखा कि सत्ताधारी पार्टी के कार्यालय से इस तरह का वीडियो लीक होना एक गंभीर मामला है। इसलिए, इस संबंध में एफआईआर दर्ज कर जांच की जानी चाहिए और यह पता लगाया जाना चाहिए कि वीडियो किसने लीक किया। साथ ही वीडियो लीक करने वाले पर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।
भाजपा जिलाध्यक्ष अमर किशोर कश्यप ने भी इस वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कुछ लोग नहीं चाहते कि वह अध्यक्ष पद पर बने रहें। यह एक साजिश है और वीडियो को जानबूझकर वायरल किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि वीडियो लीक करने वालों में पार्टी और कार्यालय से जुड़े लोग ही शामिल हो सकते हैं।