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भाजपा से सपा, फिर सपा से भाजपा…, घोसी में दारा सिंह चौहान की हार के ये हैं 5 बड़े कारण

Ghosi Bypoll Results: Five Big Reasons for Dara Singh Chauhan’s Defeat: अशोक कुमारः छह राज्यों की 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुआ। आज यानी शुक्रवार को काउंटिंग हुई। उत्तराखंड के बागेश्वर और केरल के पुथुपल्ली सीट का नतीजा आ चुका है, लेकिन उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में घोसी विधानसभा सीट सबसे ज्यादा चर्चा का मुद्दा […]

Edited By : Naresh Chaudhary | Updated: Sep 8, 2023 18:20
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Ghosi Bypoll Results: Five Big Reasons for Dara Singh Chauhan’s Defeat: अशोक कुमारः छह राज्यों की 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुआ। आज यानी शुक्रवार को काउंटिंग हुई। उत्तराखंड के बागेश्वर और केरल के पुथुपल्ली सीट का नतीजा आ चुका है, लेकिन उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में घोसी विधानसभा सीट सबसे ज्यादा चर्चा का मुद्दा का है। क्योंकि यहां सपा से विधायक रहते हुए दारा सिंह चौहान ने पार्टी और विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दिया। इसके बाद भाजपा का दामन था, और अब करारी हार का सामना करना पड़ा है। दारा सिंह चौहान की हार के ये प्रमुख कारण सामने आए हैं।

स्थानीय स्तर पर भारी नाराजगी

घोसी विधानसभा सीट पर उपचुनाव में भाजपा की हारने की सबसे प्रमुख वजह दारा सिंह चौहान को लेकर स्थानीय नाराजगी है। दारा सिंह चौहान पहले भाजपा को छोड़कर सपा में शामिल हो गए। इसके बाद सपा को छोड़कर फिर से भाजपा में आ गए। इसको लेकर लोगों में दारा सिंह के लिए बदबदलू नेता वाली छवि बन गई। साथ ही वे खुल कर भी लोगों के बीच अपनी बात नहीं रख पाए।

इनका नहीं मिला समर्थन

इसके बाद दूसरा बड़ा कारण भाजपा गठबंधन यानी एनडीए में शामिल होने वाले ओम प्रकाश राजभर रहे। स्थानीय स्तर पर माना जा रहा है कि राजभर अपने वोटों को दारा सिंह चौहान के लिए ट्रांसफर नहीं करवा पाए, जबकि घोसी में राजभर वोटरों की संख्या काफी ज्यादा है। इसके अलावा घोसी उपचुनाव में मतदान का प्रतिशत भी 50 प्रतिशत के आसपास रहा था, यानी कहा जा रहा है कि वोट कम पड़े थे।

मायावती की इस अपील ने कर किया खेल

तीसरा कारण बसपा प्रमुख मायावती का उम्मीदवार न देना भी सामने आ रहा है। इसके अलावा मायावती की अपील का भी काफी प्रभाव देखने को मिला है। इसमें उन्होंने कहा था कि बसपा कार्यकर्ता मतदान न करें और अगर करें तो नोटा का बटन दबाएं। राजनीति के जानकारों का मानना है कि अगर ऐसा न होता तो ये वोट भाजपा के खाते में चले जाते। लिहाजा दारा सिंह को बसपा का एक भी वोट नहीं मिला।

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First published on: Sep 08, 2023 06:20 PM
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