Ghaziabad snatching case Student murder: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में बीते दिन आटो रिक्शा से जा रही बीटेक की छात्रा से फोन छीनने के प्रयास में बदमाशों ने उसे रिक्शे से बाहर खींच लिया था। इसके चलते छात्रा को गंभीर चोटें आई थी और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। पुलिस ने मुख्य आरोपी का एनकाउंटर कर मार गिराया है। इसी बीच मृतका के पिता ने बेटी का अंतिम संस्कार कर कहा कि जिस तरह उनकी बेटी ने कुर्बानी दी है, ऐसे किसी की जान न जाए। साथ ही उन्होंने मुठभेड़ में मारे गए आरोपी को लेकर कहा कि हत्यारे के साथ बिलकुल सही हुआ और दूसरे आरोपी को भी कड़ी सजा दी जाए।
हमारी बेटी ने कुर्बानी दी ऐसे न जाए किसी की जान
बेटी कीर्ति का अंतिम संस्कार कर लौट रहे पिता रविंद्र सिंह पूरी तरह टूट गए हैं। बेटी की अचानक मौत के चलते उनके आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे। इसी बीच उन्होंने कहा कि हमारी बेटी ने लुटेरों से लड़ते हुए कुर्बानी दी है। आगे ऐसे इंतजाम किए जाए जिससे भविष्य में किसी और बच्ची की जान इस तरह से न जाए। पुलिस की मुठभेड़ में मारे गए मुख्य आरोपी को लेकर कहा कि हत्यारे के साथ बिलकुल सही हुआ। दूसरे आरोपी को भी कड़ी सजा दी जाए।
मृतका के पिता ने बताया कि बेटी के आने जाने के दौरान इतनी फिक्र रहती थी कि दिन में करीब दस बार फोन कर हाल चाल पूछते रहते थे। कॉलेज आने के बाद जब तक वह घर नहीं पहुंच जाती थी उन्हें चेन नहीं आता था।
वारदात के नौ घंटे बाद मारा गया मुख्य आरोपी
छात्रा की मौत के बाद नौ घंटे बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी जितेंद्र उर्फ जीतू को मुठभेड़ में मारा गया। पुलिस की दो गोली उसके सीने और एक पैर में लगी। पुलिस 27 अक्टूबर की रात से ही उसकी तलाश कर रही थी। वारदात में शामिल दूसरा आरोपी बलवीर 28 अक्टूबर की शाम मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया हुआ था। पुलिस को पूछताछ में अहम सुराग मिले थे। माना जा रहा है कि इन सुरागों के जरिए ही पुलिस उस तक पहुंच सकी और पुलिस ने मुख्य आरोपी को ढेर कर अपना ऑपरेशन पूरा किया।
बता दें कि बीती 27 अक्टूबर को जब बाइक सवार बदमाशों ने ऑटो में बैठी बीटेक छात्रा कीर्ति सिंह से मोबाइल छीनने की कोशिश की तो, उसने इसका विरोध किया और बदमाशों ने उसका हाथ खींचकर उसे ऑटो से गिरा दिया। इसके बाद छात्रा 15 मीटर तक सड़क पर घिसटती रही। इसमें उसको गंभीर चोटें आईं और उसे गाजियाबाद के यशोदा अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसके शरीर में दो फ्रैक्चर हुए थे, जबकि सिर में भी गंभीर चोटें आई थी। छात्रा को आईसीयू में भर्ती कराया गया था लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी।