Ghaziabad News: गाजियाबाद में साइबर अपराध की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। ऐसा ही एक मामला इंदिरापुरम से सामने आया है, जहां साइबर अपराधियों ने एक बुजुर्ग दंपत्ति को डिजिटल अरेस्ट करके 15 लाख रुपए ठग लिए। इस दौरान आरोपियों ने सीबीआई, कस्टम और पुलिस अधिकारी बनकर पीड़ितों को डराया और उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग का आरोपी बताते हुए अपने झांसे में ले लिया। इसके बाद पीड़ितों ने डरकर आरोपियों द्वारा बताए गए खाते में पैसे ट्रांसफर कर दिए। इस मामले में पीड़ित दंपत्ति ने गाजियाबाद साइबर क्राइम थाना पुलिस से शिकायत की है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
मनी लॉन्ड्रिंग का बताया आरोपी
जानकारी के अनुसार, गाजियाबाद के इंदिरापुरम में 82 वर्षीय संतोष कौर अपने पति के साथ रहती हैं। पीड़िता संतोष कौर ने पुलिस से शिकायत करते हुए बताया कि कुछ दिनों पहले उनके पास एक महिला का फोन आया। जिसने खुद को दूर संचार विभाग का कर्मचारी बताया और कहा कि उनके नाम से एक खाता केनरा बैंक में है। इसके बाद आरोपी महिला ने एक व्यक्ति को मुंबई पुलिस का अधिकारी बताते हुए कॉल ट्रांसफर कर दी। इसके बाद आरोपी व्यक्ति ने वीडियो कॉल करके उन पर मनी लॉन्ड्रिंग का केस होने की बात कहते हुए डराया।
सीबीआई, क्राइम ब्रांच के अधिकारी बनकर डराया
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि इसके बाद दो अन्य लोग भी वीडियो कॉल पर जुड़ गए। जिन्होंने खुद को साइबर क्राइम ब्रांच और सीबीआई का अधिकारी बताया। इस दौरान आरोपियों ने उन्हें व्हाट्सएप पर उनकी गिरफ्तारी के फर्जी वारंट और अन्य दस्तावेज भी भेजें। आरोपियों ने कहा कि अग्रिम जमानत के लिए उन्हें तुरंत रुपए जमा कराने होंगे। डर के कारण पीड़ितों ने आरोपियों द्वारा बताए गए खाते में 15 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए। गाजियाबाद साइबर क्राइम थाना पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।