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उत्तर प्रदेश / उत्तराखंड

गाजियाबाद में बुजुर्ग दंपती को डिजिटल अरेस्ट कर 90 लाख हड़पे, जानिए आप कैसे रह सकते हैं सुरक्षित

Ghaziabad News: गाजियाबाद के सूर्या नगर से एक डिजिटल अरेस्ट करने का मामला सामने आया है। जहां साइबर अपराधियों ने सरकारी नौकरी से रिटायर्ड एक बुजुर्ग दंपती को डिजिटल अरेस्ट करके 90 लाख रुपए की धोखाधड़ी कर ली। आरोपियों ने उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग और आपराधिक मुकदमा दर्ज होने का डर दिखाकर घटना को अंजाम दिया है।

Author Written By: News24 हिंदी Author Edited By : sachin ahlawat Updated: Jul 13, 2025 16:55
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गाजियाबाद में बुजुर्ग दंपती को डिजिटल अरेस्ट करके ठगी

Ghaziabad News: साइबर अपराधियों द्वारा शहर में अलग-अलग तरह से ठगी की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है। ऐसा ही एक मामला गाजियाबाद के सूर्या नगर से सामने आया है, जहां साइबर अपराधियों ने सरकारी नौकरी से रिटायर्ड एक बुजुर्ग दंपती को डिजिटल अरेस्ट करके 90 लाख रुपए की धोखाधड़ी कर ली। आरोपियों ने उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग और आपराधिक मुकदमा दर्ज होने का डर दिखाकर घटना को अंजाम दिया है। पीड़ित दंपती ने अब गाजियाबाद साइबर क्राइम थाने में मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस जांच कर रही है।

मनी लांड्रिंग का केस दर्ज होने की बात कहकर डराया

जानकारी के अनुसार, गाजियाबाद के सूर्य नगर में 74 वर्षीय गोविंद लाल अपने परिवार के साथ रहते हैं। बताया गया है कि वह सरकारी नौकरी से रिटायर्ड है। गोविंद लाल सोनी ने पुलिस से शिकायत करते हुए बताया कि कुछ समय पहले उनके पास एक अनजान नंबर से फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी का कर्मचारी बताते हुए उनके नंबरों को बंद करने की बात कही। कारण पूछने पर आरोपी ने बताया कि उनके खिलाफ मुंबई में आपराधिक गतिविधियों का मामला दर्ज है। इसके बाद उसने उनकी कॉल को एक अन्य व्यक्ति को फॉरवर्ड कर दिया। जिसने खुद को मुंबई पुलिस का अधिकारी बताया और उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस केस दर्ज होने की बात कही।

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90 लाख रुपए कराये ट्रांसफर

आरोपियों ने उनके पास वीडियो कॉल की। जिसमें एक व्यक्ति पुलिस की वर्दी में दिखाई दिया। पुलिस की वर्दी पहने युवक ने उनसे कहा कि उन्हें डिजिटल अरेस्ट किया गया है और जांच में उनका सहयोग करें। इसके बाद आरोपी ने उन्हें चीफ जस्टिस के सामने पेशी करने की बात कही। इसके बाद आरोपियों ने उनके पास फिर से वीडियो कॉल की, जिसमें एक व्यक्ति जज जैसा दिखाई दिया। आरोपियों ने मिलकर उनके खिलाफ मनी लांड्रिंग के सबूत होने की बात कहते हुए डराया और एक अरेस्ट करने का ऑर्डर भी दिखाया। इस तरह आरोपियों ने उन्हें डराकर और डिजिटल अरेस्ट करने के बाद उनसे अपने खातों में 90 लाख रुपए ट्रांसफर करा लिए। ठगी का अहसास होने पर पीड़ितों ने पुलिस से शिकायत की है।

आप कैसे रह सकते हैं सुरक्षित

1- मोबाइल फोन पर अनजान नंबर से आने वाली व्हाट्सएप कॉल या वीडियो कॉल उठाने से बचें।
2- यदि किसी अनजान नंबर का फोन या वीडियो कॉल उठा भी लेते हैं, तो अनजान व्यक्ति को अपनी पर्सनल जानकारी जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, एटीएम कार्ड, क्रेडिट कार्ड, ओटीपी नंबर आदि साझा ना करें।
3- वीडियो कॉल पर यदि कोई आपको फंसाने, आपराधिक मुकदमे दर्ज होने की बात कहकर डराता है, तो तुरंत इसकी सूचना निकटतम पुलिस थाना या 1930 पर दें।
4- यदि आपको कोई डरा धमका कर पैसे ट्रांसफर कराने का दबाव बनाता है या डिजिटल अरेस्ट करने की बात करता है, तो तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दें।
5- किसी भी अनजान व्यक्ति द्वारा बताए गए किसी भी एप को डाउनलोड करने से बचें और अनजान व्यक्तियों द्वारा भेजे गए लिंक को भी ओपन करने से बचें।

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First published on: Jul 13, 2025 04:55 PM

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