FIR Against UP Ex-DGP Jagmohan Yadav: उत्तर प्रदेश पुलिस ने समाजवादी पार्टी की सरकार में डीजीपी रहे जगमोहन यादव के खिलाफ FIR दर्ज की है। जानकारी के मुताबिक, पूर्व डीजीपी पर आरोप है कि उन्होंने जैनपुर में ब्लॉक स्तर के भाजपा पदाधिकारी के साथ मारपीट की थी और उन्हें धमकी दी थी।
1983 बैच के आईपीएस अधिकारी जगमोहन यादव 2015 में सेवानिवृत्त हुए। उन्होंने जुलाई 2015 से दिसंबर 2015 तक तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी सरकार में डीजीपी के रूप में कार्य किया था।
जानकारी के मुताबिक, ग्राम प्रधान और भाजपा के स्थानीय मंडल अध्यक्ष चंद्रेश कुमार गुप्ता की शिकायत पर मुंगरा बादशाहपुर पुलिस स्टेशन में पूर्व डीजीपी यादव के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। जगमोहन यादव के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), 504 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
मछलीशहर के सर्किल अफसर ने दी ये जानकारी
मछलीशहर सर्किल अफसर अतर सिंह ने बताया कि शिकायत के अनुसार यह घटना तब हुई जब राजस्व टीम और चकबंदी विभाग के अधिकारी सोमवार दोपहर ग्राम सभा ताराहाटी के सचिवालय में भूमि विवाद और शिकायतों के निपटारे के लिए एकत्र हुए थे।
ताराहाटी जगमोहन यादव का पैतृक गांव है जहां उनकी मां कई वर्षों तक ग्राम प्रधान रहीं। सोमवार यानी 11 सितंबर को जब मुखिया चंद्रेश कुमार गुप्ता के नेतृत्व में स्थानीय ग्रामीण एक तहसीलदार, लेखपाल, स्थानीय SHO और अन्य की उपस्थिति में राजस्व अधिकारियों के सामने अपनी शिकायतें उठा रहे थे, तो यादव वहां पहुंचे।
मुखिया ने जब जगमोहन यादव को देखा तो सम्मान के तौर पर अपनी कुर्सी से उठ गए लेकिन पूर्व डीजीपी ने उनका अपमान किया और उनकी पहचान जानने के बाद उन्हें हॉल से बाहर जाने के लिए कहा। मुखिया चंद्रेश गुप्ता ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि जगमोहन यादव आक्रोशित हो गए और उन्होंने मेरा कॉलर पकड़कर मेरे साथ मारपीट की।
मुखिया ने पूर्व डीजीपी और उनके परिवार पर अवैध रूप से गांव की जमीन हड़पने का भी आरोप लगाया। गुप्ता के मुताबिक, जगमोहन यादव और उनका परिवार ग्राम सभा की जमीन, स्थानीय लड़कियों के स्कूल की जमीन और बंजर भूमि पर अवैध रूप से कब्जा करना चाहता था।