यूपी के लखीमपुर में इंसानियत शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। लखीमपुर के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में गर्भवती महिला को इलाज नहीं मिलने से नवजात की मौत हो गई। घटना से दुखी पिता विपिन नवजात के शव को झोले में रखकर डीएम ऑफिस पहुंचा। पिता की शिकायत पर हॉस्पिटल को सील कर दिया गया।
इस वजह से नहीं किया इलाज
बताया जा रहा है कि विपिन अपनी पत्नी रुबि को लेकर 2 दिन पहले प्राइवेट हॉस्पिटल में डिलीवरी कराने के लिए गए थे। महिला को अचानक दर्द बढ़ने पर हॉस्पिटल ने रुपयों की डिमांड की। डॉक्टरों ने 25 हजार रुपए मांगे लेकिन विपिन के पास महज 5 हजार रुपए थे। इससे डाक्टरों ने महिला का इलाज नहीं किया। जबकि महिला की उम्र 28 साल थी। डाक्टरों की इस लापरवाही में महिला की जान भी बाल बाल बची। लेकिन नवजात की मौत हो गई।
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हॉस्पिटल हुआ सील
जैसे ही पिता नवजात के शव को लेकर डीएम ऑफिस पहुंचे तो वहां हड़कंप मच गया। जानकारी पर डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने तुरंत कार्रवाई की। प्रशासन ने लखीमपुर में गोलदार हॉस्पिटल की सील कर दिया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि एसडीएम सदर अश्विनी कुमार सिंह की मौजूदगी में गोलदार हॉस्पिटल को सील कर दिया गया है। हॉस्पिटल में भर्ती अन्य मरीज को इलाज के लिए जिला महिला अस्पताल में एडमिट कराया गया है। एक्शन की जानकारी शासन तक पहुंचाई गई। साथ ही इस मामले में हॉस्पिटल को सील करने के साथ ही लखीमपुर सीएमओ संतोष गुप्ता को जांच के आदेश दिए गए।
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नर्सों से निकलवाया बाहर
महिला का इलाज नहीं करने के अलावा बच्चे की मौत के बाद डाक्टरों ने महिला और उसके पति को नर्सों से हॉस्पटिल से बाहर निकलवा दिया। इसके बाद महिला को उसका पति सृजन हॉस्पिटल लेकर गया। वहां पता चला कि बच्चा पेट में पहले ही मर चुका है।