Noida News: नोएडा से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। सेक्टर 119 स्थित एक नामी बिल्डर के ठिकाने पर प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) की टीम ने गुरुवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए छापेमारी की। ईडी की टीम सुबह करीब 8 बजे अपार्टमेंट परिसर में पहुंची और तलाशी अभियान शुरू किया। ED की टीम बिल्डर को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा मामला
ED के मुताबिक, कार्रवाई लगभग 200 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में की गई है। इस मामले में उन्नति ग्रुप के बिल्डर अनिल मिठास को भी ईडी ने हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। ईडी के अधिकारियों ने अपार्टमेंट परिसर को आंशिक रूप से सील कर दिया है और दस्तावेज़ों, डिजिटल डाटा और अन्य साक्ष्यों की जांच की जा रही है।
200 करोड़ रुपये की हेराफेरी
बिल्डर पर आरोप है कि उन्होंने फर्जी कंपनियों और संदिग्ध निवेशकों के माध्यम से प्रोजेक्ट में अवैध रूप से फंड ट्रांसफर किया, जिसे बाद में मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए सफेद धन में बदला गया। ईडी को शक है कि इस नेटवर्क के जरिए लगभग 200 करोड़ रुपये की हेराफेरी की गई है।
निवासियों में मचा हड़कंप
ED की छापेमारी के चलते सेक्टर 119 स्थितउन्नति फॉर्च्यून अपार्टमेंट के निवासियों में भी हड़कंप मच गया। कुछ निवासियों ने बताया कि बिल्डर के खिलाफ पहले भी निर्माण में देरी और वित्तीय अनियमितताओं को लेकर शिकायतें की जा चुकी हैं। ED की टीम अपार्टमेंट में मौजूद है और तलाशी अभियान जारी है। बिल्डर से मनी लॉन्ड्रिंग, बैंक खातों और निवेशकों से संबंधित दस्तावेजों पर पूछताछ की जा रही है।
सहयोगी कंपनियां भी रडार पर
उन्नति फॉरच्यून ग्रुप ने नोएडा में कई प्रमुख हाउसिंग प्रोजेक्ट्स डेवलप किए हैं। इनमें सेक्टर-119 में द अरायन और द एलीट एड्रेस शामिल है। इससे पहले भी 2018 में, उत्तर प्रदेश रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी (UP RERA) के आदेशों का पालन नहीं करने पर अनिल मिठास को गिरफ्तार किया गया था। उन्नति फॉर्च्यून ग्रुप की कुछ सहयोगी कंपनियां। जैसे कि IVR Prime IT SEZ भी आर्थिक परेशानियों का सामना कर रही हैं।