---विज्ञापन---

‘इतने पैसों में गुजारा नहीं हो सकता’, सैलरी न बढ़ाने को लेकर Dial 112 की महिला कर्मचारियों ने सुनाई अपनी पीड़ा

Dial 112 female employees express their pain: उत्तर प्रदेश में इमरजेंसी नंबर 112 में संविदा पर काम कर रही महिलाएं सैलरी में बढ़ोतरी की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन कर रही हैं। इस दौरान उन्होंने कम सैलरी की वजह से होने वाली परेशानी को लेकर अपनी पीड़ा सुनाई।

Edited By : khursheed | Updated: Nov 10, 2023 10:56
Share :
'इतने पैसों में गुजारा नहीं हो सकता', सैलरी न बढ़ाने को लेकर Dial 112 की महिला कर्मचारियों ने सुनाई अपनी पीड़ा

 Dial 112 female employees express their pain: उत्तर प्रदेश में डायल 112 इमरजेंसी हेल्पलाइन के लिए फोन पर काम करने वाली सैकड़ों महिलाएं पिछले चार दिनों से सैलरी बढ़ाने को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रही हैं। संचार अधिकारी के रूप में कार्यरत महिलाएं लखनऊ के इको गार्डन में विरोध प्रदर्शन में बैठी हैं। उनका कहना है कि इस सप्ताह की शुरुआत में, जब उन्होंने शहीद पथ स्थित अपने कार्यालय से मुख्यमंत्री आवास तक शांतिपूर्वक मार्च करना शुरू किया, तो पुलिस कर्मियों द्वारा उन पर हमला किया गया।

आजमगढ़ की रहने वाली तिवारी अपने चार लोगों के परिवार के लिए एकमात्र कमाने वाली हैं। उसके पिता की कुछ साल पहले मृत्यु हो गई थी। उन्होंने कहा कि मुझे घर पैसे भेजने हैं और यहां किराए पर रहना है। मेरी 22 और 16 साल की दो छोटी बहनें अपने स्कूल और कॉलेज की फीस के लिए मेरे वेतन पर निर्भर हैं।

---विज्ञापन---

एक दिन में 600 कॉल संभालती है एक महिला कर्मचारी

बता दें कि ये कर्मचारी, अपनी नौ घंटे की शिफ्ट के दौरान पूरे उत्तर प्रदेश से संकट संबंधी कॉलों को संभालते हैं। उनका काम आपातकालीन स्थिति का विवरण प्राप्त करना है। सड़क दुर्घटनाओं से लेकर महिलाओं के खिलाफ अपराध और उत्पीड़न तक सभी जानकारी को राज्य भर में विभिन्न स्थानों पर तैनात पुलिस कर्मियों के साथ डायल 112 वाहनों तक पहुंचाना है। औसतन एक संचार अधिकारी एक दिन में लगभग 600 कॉल संभालती है। त्योहारों के दौरान इनकी संख्या बढ़ जाती है। राज्य में ऐसे लगभग 850 कर्मचारी हैं, जिनमें लखनऊ में 750, प्रयागराज में 50 और गाजियाबाद में 50 कर्मचारी शामिल हैं।

 

ये भी पढ़ें: गन्ना किसानों को भुगतान नहीं मिलने पर दिवाली नहीं मनाएंगे जयंत चौधरी, राजस्थान में कम सीटें मिलने पर कहा- कांग्रेस से हमारा पुराना गठजोड़ 

11,400 रुपए 15 दिनों से ज्यादा नहीं चलते

वहीं, एक महिला कर्मचारी ने कहा कि जिस अनुबंध कंपनी के पास हमारी नौकरियों के लिए टेंडर था, वह इस महीने बदल गई। नई निजी कंपनी ने यह स्पष्ट नहीं किया कि हमारी नौकरियां सुरक्षित हैं या नहीं। हम प्रति माह 11,400 रुपए में गुजारा नहीं कर सकते। रायबरेली जिले की रहने वाली संचार अधिकारी नेहा पाल ने कहा कि 11,400 रुपये 15 दिनों से ज्यादा नहीं चलते। मैं यहां चार साल से समान वेतन पर काम कर रही हूं। मैं दो घर संभालती हूं,  एक यहां और दूसरे घर का। महंगाई इतनी अधिक है कि एक गैस सिलेंडर की कीमत मेरे वेतन का दसवां हिस्सा है। मुझे अपनी मां के इलाज के लिए भी पैसे भेजने हैं। मेरा बड़ा भाई नौकरी की तलाश में है, और मेरे पिता बेरोजगार हैं। महामारी के बाद से स्थिति और भी खराब हो गई है। मुझे सिर्फ एक कमरे के लिए 3,500 रुपये का भुगतान करना होगा।

ये भी पढ़ें: यूपी में फिर पेशाबकांड! जिला अस्पताल में डिलीवरी के लिए भर्ती हुई महिला, नशेड़ी ने की ‘बदसलूकी’

HISTORY

Edited By

khursheed

First published on: Nov 10, 2023 10:56 AM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें