Crime News: उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में इंस्टाग्राम की एक पोस्ट ने बवाल करा दिया। नौवीं में पढ़ने वाले दो दोस्तों के बीच पोस्ट को लेकर शुरू हुई बहस दो समुदायों में तनातनी का कारण बन गई। हालात ऐसे हो गई कि पीलीभीत जिले से अतिरिक्त फोर्स मंगानी पड़ी। हालात फिलहाल काबू में हैं। इलाके में फोर्स तैनात है।
इंग्लिश मीडियम में पढ़ते हैं दोनों दोस्त
जानकारी के मुताबिक मामला बरेली के शीशगढ़ कस्बे का है। यहां एक इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ने वाले 14 वर्षीय दो दोस्तों में एक इंस्टाग्राम पोस्ट को लेकर तीखी बहस हो गई। बहस इतनी आगे बढ़ गई कि एक दूसरे के धर्म के बारे में अपमानजनक टिप्पणी करने लगे। कुछ ही देर में दोनों दोस्तों की ये चैट सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। इसके बाद समुदाय विशेष के 400 से ज्यादा लोग शीशगढ़ थाने के बाहर जमा हो गए। सड़क जाम करते हुए कार्रवाई की मांग करने लगे।
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कई घंटों तक चला ड्रामा
घटना के बारे में पूरी जानकारी लेते हुए पुलिस ने एक लड़के के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उसे पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। इसी बीच बहुसंख्यक समुदाय के कई लोगों ने दूसरे स्कूली छात्र के घर पर हमला कर दिया। सूचना पर एडिशनल एसपी (ग्रामीण) ने मौके पर पहुंच कर स्थिति को काबू में किया। बताया गया है कि इलाके में यह ड्रामा शनिवार सुबह तक जारी रहा। आईजी बरेली राकेश सिंह ने मंडलायुक्त सौम्या अग्रवाल के साथ प्रभावित गांव का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। बताया गया है कि स्थिति को काबू में करने के लिए पीलीभीत से अतिरिक्त फोर्स बुलाई गई थी।
बड़ा बवाल होने से बचा
एएसपी अग्रवाल ने मीडिया को बताया कि दो बच्चों (क्लासमेट) के बीच बातचीत के बाद तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई। फिलहाल स्थिति नियंत्रित में है। दोनों धर्मों के लोगों ने दोनों बच्चों के घर पर हमला करने का प्रयास किया था, लेकिन कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ। कुछ लोगों ने पुलिसकर्मियों के साथ भी दुर्व्यवहार किया। गांव में पीएसी तैनात है और स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं।
पुलिस ने दर्ज कीं चार एफआईआर
उन्होंने बताया कि हमने इस मामले में चार एफआईआर दर्ज की हैं। इसके अलावा हिंसा भड़काने, सड़क जाम करने और पथराव को लेकर 12 लोगों को हिरासत में लिया है। उपद्रवियों ने पुलिस टीम पर भी हमला किया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि बच्चों को बाल कल्याण समिति को सौंप दिया गया।