Yogi Adityanath on Sambhal : संभल में चल रहे विवाद को लेकर सीएम योगी ने विधानसभा में बड़ा बयान दिया है। विधानसभा में अपने स्पीच के दौरान सीएम योगी ने कहा कि शरारत के तहत संभल के 68 तीर्थों और 19 कूपों की निशानी मिटाने की कोशिश की गई। जो हमारा है, हमें मिल जाना चाहिए, इससे इतर कुछ नहीं। उन्होंने कहा कि 68 में से 54 तीर्थ खोजे जा चुके हैं।
विधानसभा में क्या बोले सीएम योगी?
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में कहा कि 26 फरवरी को संभल में 56 साल बाद शिव मंदिर में जलाभिषेक का कार्यक्रम हुआ। अकेले संभल में 67 तीर्थ और 19 कूप थे, जिन्हें शरारत के तहत निश्चित समय में खत्म कर दिया गया। 68 तीर्थों में से 54 को खोजा गया है। ये हमारी विरासत का हिस्सा हैं। हमने तो यही कहा कि जो हमारा है, वह हमें मिल जाना चाहिए।
महाकुंभ को लेकर क्या बोले सीएम योगी?
सीएम योगी ने कहा कि संभल में 19 कूप थे, जिन्हें मुक्त करवाया गया है। सच कड़वा होता है और कड़वा सच हमें स्वीकार करना चाहिए। महाकुंभ का जिक्र करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अगर इच्छाशक्ति हो तो 66 करोड़ लोगों को भी मैनेज किया जा सकता है। तकनीक का सही इस्तेमाल किया जाए तो सुरक्षा दी जा सकती है। कम्युनिकेशन स्किल हो तो लाखों लोगों के आने-जाने का इंतजाम किया जा सकता है।
संभल में 56 वर्षों के बाद शिव मंदिर में जलाभिषेक का कार्यक्रम भी हुआ…
---विज्ञापन---हमने तो वही कहा है कि जो हमारा है, वह हमें मिल जाना चाहिए… pic.twitter.com/7lzDAuyJgH
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) March 4, 2025
सीएम योगी ने आगे कहा कि इच्छाशक्ति हो तो डराने वाली पुलिस का व्यवहार दोस्ताना हो सकता है। हजारों साधु-संतों और गुरुओं का मान रखा जा सकता है। गरीब और अमीर को बिना किसी भेदभाव के संगम में स्नान करने का अवसर मिल सकता है। बिजनेस की कुशलता हो तो साढ़े सात हजार करोड़ खर्च करके तीन लाख करोड़ से अधिक का लाभ हासिल किया जा सकता है।
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सपा पर कसा तंज
अपने संबोधन के दौरान योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी पर भी हमला बोला। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज की सपा डॉ. लोहिया का नाम तो लेती है लेकिन उनके मूल्यों और आदर्शों से बहुत दूर जा चुकी है। डॉ. लोहिया ने कहा था कि एक सच्चा समाजवादी वह है, जो संपत्ति और संतति से दूर रहे। उन्होंने कहा था कि राम, विष्णु और शंकर जब तक आदर्श हैं, तब तक भारत का कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता। इन तीनों पर समाजवादी पार्टी का कोई विश्वास नहीं है, ये लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ करते हैं।