देवभूमि उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में धराली क्षेत्र में आई भीषण प्राकृतिक आपदा को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तरकाशी स्थित आपदा नियंत्रण कक्ष से राहत एवं बचाव कार्यों की गहन समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों एवं सेना के प्रतिनिधियों से स्थिति की वस्तुनिष्ठ जानकारी प्राप्त की और उन्हें राहत कार्यों को तीव्र गति से आगे बढ़ाने के निर्देश दिए। प्रदेश सरकार राहत कार्यों को प्राथमिकता देते हुए प्रत्येक प्रभावित नागरिक तक सहायता पहुंचाने हेतु कटिबद्ध है।
युद्धस्तर बचाव कार्य शुरू
सीएम धामी ने बताया कि उन्होंने बताया कि क्षेत्र में रेस्क्यू एवं मेडिकल कैंप्स की स्थापना कर दी गई है तथा प्रभावितों के लिए भोजन एवं आवश्यक सामग्री की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राहत एवं बचाव कार्य युद्धस्तर पर प्रारम्भ कर दिए गए हैं। भारतीय वायुसेना के चिनूक व एमआई-17 हेलीकॉप्टर पूरी तरह से तैयार स्थिति में हैं, ताकि आवश्यकतानुसार शीघ्रतम कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके।
Mi-17 V5, ALH और चीता हेलीकॉप्टर की तैनाती
भारतीय वायु सेना के चिनूक, Mi-17 V5, ALH और चीता हेलीकॉप्टर चंडीगढ़ एयरबेस पर उड़ान भरने के लिए तैयार हैं, मौसम खराब होने की वजह से उड़ान नहीं भर पा रहे हैं। मौसम में सुधार होते ही ये हेलीकॉप्टर उपकरणों और राहत सामग्री के साथ उत्तरकाशी के लिए उड़ान भरेंगे।
बचाए गए 130 लोग
उत्तरकाशी जिले में बादल फटने से भयंकर तबाही मची हुई है। 200 से अधिक लोग लापता बताए जा रहे हैं। बादल फटने के बाद घर, दुकानें, बाजार और सड़कें बह गई हैं। लगातार बारिश हो रही है, ऐसे में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने में परेशानी आ रही है। धराली और सुखी टॉप क्षेत्र में दो बादल फटे, जिसका असर धराली गांव पर देखने को मिला। उत्तरकाशी में इस घटना के बाद बड़े पैमाने पर तलाशी और राहत-बचाव अभियान चलाया जा रहा है। घटना के बाद से सुबह तक 130 से अधिक लोगों की जान बचाई जा चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह उत्तराखंड के मुख्यमंत्री से लगातार अपडेट ले रहे हैं।