ग्रेटर नोएडा से प्रवीण सिंह की रिपोर्ट: सेंट्रल नोएडा में 7 जून 2025 की रात पुलिस और बदमाशों के बीच दो अलग-अलग मुठभेड़ों ने क्षेत्र में हलचल मचा दी है। यह डबल एनकाउंटर सूरजपुर कोतवाली और ईकोटेक 3 कोतवाली क्षेत्रों में हुआ। पहली मुठभेड़ में 25,000 रुपये का इनामी बदमाश शंकर घायल हुआ, जबकि दूसरी मुठभेड़ में मोबाइल लूट की वारदातों को अंजाम देने वाला प्रियांशुल उर्फ प्रांशुल पकड़ा गया। दोनों बदमाशों को गोली लगने के बाद गिरफ्तार किया गया और उनके कब्जे से चोरी का सामान, तमंचे, और बाइक बरामद किए गए। डीसीपी सेंट्रल नोएडा शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि दोनों बदमाशों का आपराधिक इतिहास लंबा है, और पुलिस की इस कार्रवाई से क्षेत्र में अपराध पर अंकुश लगेगा।
पुलिस को मिली थी टिप
पहला एनकाउंटर ईकोटेक 3 कोतवाली क्षेत्र के फेस टू की ओर जाने वाली सड़क पर हुआ। जिसको लेकर डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी के अनुसार पुलिस को खबर मिली थी कि 25,000 रुपये का इनामी बदमाश शंकर इस इलाके में छिपा है। पुलिस ने जब उसे घेरने की कोशिश की तो वह सीआरपीएफ कैंप की ओर भागने लगा। इस दौरान शंकर ने पुलिस पर गोली चलाई, जिसके जवाब में पुलिस ने फायरिंग की। इस मुठभेड़ में शंकर के पैर में गोली लगी और उसे घायल अवस्था में पकड़ लिया गया। उसकी पहचान बिहार के पिपरा, पटना के भाबोल गांव के निवासी के रूप में हुई। वह वर्तमान में ग्रेटर नोएडा के कुलेसरा गांव में रह रहा था। शंकर के कब्जे से चोरी के आभूषण, एक तमंचा, और एक बाइक बरामद हुई। पुलिस के मुताबिक, शंकर पर करीब एक दर्जन आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं, जो चोरी, डकैती, और अन्य अपराधों से जुड़े हैं।
सूरजपुर कोतवाली में हुई दूसरी मुठभेड़
दूसरा एनकाउंटर सूरजपुर कोतवाली क्षेत्र में हुआ, जहां पुलिस ने मोबाइल लूट की वारदातों को अंजाम देने वाले प्रियांशुल उर्फ प्रांशुल को पकड़ा। प्रियांशुल गाजियाबाद के खोड़ा का रहने वाला है। पुलिस ने जब उसे घेरा, तो उसने गोली चलाने की कोशिश की। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की फायरिंग में प्रियांशुल के पैर में गोली लगी और उसे घायल अवस्था में गिरफ्तार किया गया। उसके कब्जे से चार लूटे गए मोबाइल, एक चोरी की बाइक, और एक तमंचा बरामद हुआ। डीसीपी अवस्थी ने बताया कि प्रियांशुल पर आधा दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हैं, जो मुख्य रूप से लूट और चोरी की घटनाओं से संबंधित हैं। इस कार्रवाई से सूरजपुर में मोबाइल लूट की बढ़ती वारदातों पर रोक लगाने में मदद मिली है।
अपराध की दुनिया में सक्रिय थे दोनों बदमाश
पुलिस के अनुसार, शंकर और प्रियांशुल दोनों लंबे समय से अपराध की दुनिया में सक्रिय थे। शंकर, जो बिहार से ग्रेटर नोएडा आया था, चोरी और डकैती जैसे गंभीर अपराधों में शामिल रहा है। उस पर करीब एक दर्जन मुकदमे हैं। दूसरी ओर, प्रियांशुल गाजियाबाद के खोड़ा में अपने आपराधिक नेटवर्क के जरिए मोबाइल लूट की वारदातों को अंजाम देता था। उस पर आधा दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं। दोनों बदमाशों की गिरफ्तारी से पुलिस को उनके नेटवर्क के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिलने की उम्मीद है।
क्षेत्र में काफी होती हैं चोरी की घटनाएं
ग्रेटर नोएडा और सूरजपुर जैसे क्षेत्रों में चोरी, लूट, और डकैती की घटनाएं स्थानीय लोगों के लिए परेशानी का सबब थीं। पुलिस की इस कार्रवाई से बदमाशों में पुलिस का खौफ होना तय है। डीसीपी अवस्थी ने कहा कि नोएडा पुलिस अपराध के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। उन्होंने स्थानीय लोगों से अपील की कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें, ताकि अपराध को और नियंत्रित किया जा सके।