BJP MLA latter to President for AMU: दो दिन पहले अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी को इजराइल और फिलिस्तीन से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था। वायरल वीडियो में एएमयू के छात्र सड़कों पर उतरकर हमास के समर्थन में नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन कर रहे थे, इस दौरान धार्मिक नारे भी लगाए गए। अब इस मामले को लेकर यूपी के गाजियाबाद में भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी यानी एएमयू की मान्यता रद्द करने की मांग की है। इसे लेकर भाजपा विधायक की ओर से राष्ट्रपति के नाम गुरुवार को एक पत्र भी लिखा गया है। इस पत्र में भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने एएमयू को राष्ट्रविरोधी गतिविधियों और आतंक की प्रयोगशाला बताया है।
‘एएमयू की हरकत भविष्य के संभावित खतरों में से एक’ : भाजपा विधायक
विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने राष्ट्रपति के नाम भेजे गए पत्र में लिखा कि आज पूरा विश्व इजराइल में आतंकी संगठन हमास की ओर से की जा रही हत्याओं से दुखी है। इतना ही नहीं, भारत ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इजराइल का साथ देने की बात भी कही है। वहीं, इसके विपरीत एएमयू के छात्रों की ओर से हमास के पक्ष में रैली निकाली गई, जो कि एक अक्षम्य अपराध है। उन्होंने कहा कि एएमयू की तरफ से की गई ये हरकत भविष्य के बड़े संभावित खतरों में से एक है।
‘आतंकी संगठन सिमी का गढ़ रही है AMU’
विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने अपने पत्र में आगे कहा कि पूर्व में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी आतंकी संगठन सिमी का गढ़ रही है। इसके साथ ही संसद पर हमले के मास्टरमाइंड अफजल गुरु को इस यूनिवर्सिटी के छात्रों और प्रोफेसरों के द्वारा शहीद बताया था। उन्होंने बताया कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर आए दिन खुलेआम हिन्दू देवी-देवताओं को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हैं, हिन्दू छात्र-छात्राओं को पीतल का हिजाब पहनाने की धमकी तक दी जाती है। इसी तरह के सैकड़ों राष्ट्रविरोधी कृत्य इस अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में पूर्व में हो चुके हैं।
एएमयू की मान्यता रद्द करने की रखी मांग
उन्होंने पत्र में आगे कहा कि सीएम योगी ने हमास के समर्थन में रैली निकालने पर कठोर कार्रवाई की है, लेकिन ये पर्याप्त नहीं है। आगे चलके भविष्य में ये यूनिवर्सिटी देश की एकता और अखंडता के लिए बड़ा खतरा बन सकती है इसलिए इस यूनिवर्सिटी की मान्यता जल्द से जल्द समाप्त की जानी चाहिए। आपको बता दें कि इस विधायक के इस पत्र की कॉपी प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री को भी भेजी गई है।