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उत्तर प्रदेश / उत्तराखंड

यूपी के मदरसों को कहां से हो रही फंडिंग! ATS की नजर, एसआईटी करेगी जांच

ATS investigate UP Madarasa foreign funding: बीते दिनों से प्रदेश में संचालित हो रहे मदरसों को लगातार मिल रही विदेशी फंडिंग के सहारे धर्मांतरण जैसे क्रियाकलापों पर खर्च किए जाने की शिकायतें सामने आ रहीं थीं, जिसके बाद प्रदेश सरकार ने यूपी के अलग अलग जिलों में संचालित हो रहे तकरीबन 4000 से अधिक मदरसों की एसआईटी जांच कराने का निर्णय लिया है।

Author Edited By : Hemendra Tripathi Updated: Oct 22, 2023 15:17

ATS investigate UP Madarasa foreign funding: उत्तर प्रदेश के साथ देश भर के मदरसों में विदेशी फंडिंग से जुडे़ मामलों के बीच अब यूपी में संचालित होने वाले मदरसों को लेकर प्रदेश सरकार की ओर से कड़ा रुख अपनाया गया है। बताते चलें कि बीते दिनों से लगातार प्रदेश में संचालित हो रहे मदरसों को मिल रही विदेशी फंडिंग के सहारे धर्मांतरण जैसे क्रियाकलापों पर खर्च किए जाने की शिकायतें मिल रही थीं। जिसके बाद प्रदेश सरकार ने यूपी के अलग अलग जिलों में संचालित हो रहे तकरीबन 4000 से अधिक मदरसों की एसआईटी जांच कराने का निर्णय लिया है।

SIT को विदेशी फंडिंग से धर्मांतरण जैसी गतिविधियों का है शक

मिली जानकारी के अनुसार, आतंक निरोधी दस्ता यानी ATS के एडीजी मोहित अग्रवाल की अध्यक्षता में गठित हुई एसआईटी चिंहित मदसरों को मिल रही विदेशी फंडिंग की जांच करेगी। वहीं, पुलिस अधीक्षक साइबर क्राइम डॉक्टर त्रिवेणी सिंह और अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की डॉयरेक्टर जे. रीभा को भी मदरसों की जांच करने वाली एसआईटी की टीम में शामिल किया गया है। एसआईटी की टीम की ओर से यूपी में संचालित 4 हजार से अधिक इन मदरसों को मिलने वाली विदेशी व गैर-कानूनी फंडिंग का गहराई से पता लगाया जाएगा। एसआईटी की ओर से मिली जानकारी के अनुसार, उन्हें विदेशों से मदरसों को मिल ऱही फंडिंग के सहारे देश विरोधी व अवैध धर्मांतरण जैसी गतिविधियों को बढ़ावा दिए जाने का शक है।

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मदरसों को नोटिस देकर एसआईटी मांगेगी EEFC का ब्योरा

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, SIT जांच के दौरान मदरसों में होने वाली विदेशी फंडिंग की शुरू से अंत तक जांच करेगी। इसके तहत सभी मदरसों को नोटिस भेजकर फारेन करेंसी अकाउंट यानी कि EEFC के जरिए होने वाले लेनदेन का ब्योरा मांगा जाएगा। इस ब्योरे के आधार पर उन मदरसों की अलग से लिस्ट तैयार की जाएगी, जिन्हें विदेशों से फंडिंग की जा रही है। इसके साथ ही सूत्रों से यह भी बताया गया है कि तैयार सूची के आधार पर इस बात की जांच की जाएगी कि किन-किन देशों से इन मदरसों में फंडिंग की गई है, साथ ही इस फंडिंग का देश के भीतर किन-किन गतिविधियों में उपयोग किया गया है।

बीते दिनों में मदरसों की संख्या में हुआ है बड़ा इजाफा

आपको बताते चलें कि नेपाल बॉर्डर से सटे लखीमपुर खीरी , पीलीभीत, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर और बहराइच के अलावा उसके आसपास कई ऐसे इलाके हैं, जहां एक हजार से अधिक मदरसों का संचालन किया जा रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, बीते कुछ दिनों में इन चिंहित इलाकों में मदरसों की संख्या में तेजी के साथ इजाफा हुआ है। इसके साथ ही यह बी बताया जा ऱहा है कि इन मदरसों को विदेशी फंडिंग मिलने की भी ATS को जानकारी मिली थी। आपको बता दें कि इसी जानकारी के आधार पर अल्पसंख्यक विभाग ने बीते दिनों यूपी के कई जिलों में संचालित गैर मान्यता प्राप्त मदरसों की जांच भी की थी, जिसमें जांच के दायरे में आने वाले कई मदरसों के आय के स्रोत के तौर पर उन्हें विदेशी फंडिंग होने की बात का भी पता चला था।

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First published on: Oct 22, 2023 03:17 PM

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