अलीगढ़ के एक छोटे से सफाई कर्मचारी की जिंदगी उस वक्त पूरी तरह बदल गई जब उसे आयकर विभाग से 33.88 करोड़ रुपये का नोटिस मिला। करन कुमार वाल्मीकि जो महज 15,000 रुपये महीने कमाता है, इस बड़ी रकम से पूरी तरह अनजान था। उसका कहना है कि उसके पैन कार्ड का गलत इस्तेमाल किया गया है और उसे कभी भी इतनी बड़ी रकम का लेन-देन करने का मौका नहीं मिला। यह नोटिस आयकर विभाग द्वारा भेजा गया है जो करन के पैन कार्ड पर हुई वित्तीय गतिविधियों की जांच कर रहा है। यह मामला न सिर्फ करन, बल्कि हर किसी के लिए एक चेतावनी है।
अलीगढ़ में सफाई कर्मचारी को 33 करोड़ का आयकर नोटिस
अलीगढ़ से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के सफाई कर्मचारी करन कुमार वाल्मीकि को आयकर विभाग ने 33.88 करोड़ रुपये का नोटिस भेजा है। करन, जो एक ठेकेदार के माध्यम से बैंक में सफाई कर्मी के रूप में काम करता है और उसे 15,000 रुपये महीने की सैलरी मिलती है, इस भारी रकम से पूरी तरह अनजान है। करन का कहना है कि उसका पैन कार्ड किसी बोगस फर्म के लिए इस्तेमाल किया गया है और उसे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। यह नोटिस आयकर विभाग के पोर्टल से प्राप्त जानकारी के आधार पर भेजा गया है।
सफाई कर्मचारी को भेजा गया 33 करोड़ का नोटिस
करन कुमार वाल्मीकि के पैन कार्ड से 2019-20 के वित्तीय वर्ष में 33.88 करोड़ रुपये का लेन-देन हुआ है। इस भारी रकम का कोई हिसाब किताब करन के पास नहीं है और न ही उसने कभी इतनी बड़ी रकम देखी है। करन का कहना है कि उसके दस्तावेजों का गलत इस्तेमाल किया गया है। इस संदर्भ में करन ने चंडौस थाना में तहरीर दी है और मामले की जांच की मांग की है। वहीं आयकर विभाग ने बताया कि करन के पैन कार्ड पर बड़ी रकम का लेन-देन हुआ है जिससे नोटिस जारी किया गया।
मेरे दस्तावेजों का गलत इस्तेमाल किया गया
करन ने बताया कि वह 2018 में नोएडा में काम करने गए थे और वहां एक ठेकेदार के माध्यम से कागज बनाने की फैक्ट्री में काम किया था। तब उन्होंने अपना पैन कार्ड और अन्य दस्तावेज दिए थे। करन को शक है कि उसके दस्तावेजों का गलत इस्तेमाल किया गया है। उसने परिवार के साथ मिलकर थाने में तहरीर दी है और जांच की मांग की है। करन की आर्थिक स्थिति भी बहुत खराब है, वह कच्चे मकान में अपने परिवार के साथ रहता है और उसकी सैलरी से ही घर चलता है।
आयकर विभाग की जांच और कार्रवाई
आयकर विभाग के अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने 115 लोगों को नोटिस भेजे हैं जिनके खातों में बड़ी रकम का लेन-देन हुआ है लेकिन उन्होंने आयकर रिटर्न नहीं भरा। करन का मामला भी इन्हीं में से एक है। विभाग ने इसकी जांच शुरू कर दी है और पुलिस भी इस मामले की जांच करेगी। खैर नगर के CO वरुण सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा और आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। करन का मामला न सिर्फ उसके लिए बल्कि उन लाखों लोगों के लिए भी एक चेतावनी है जिनके पैन कार्ड का गलत इस्तेमाल हो सकता है।