Ranchi Jharkhand News: झारखंड में अब 50 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों को भी राज्य सरकार वृद्धावस्था पेंशन देगी। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इसे लेकर बड़ा फैसला लिया है। राज्य में वृद्धावस्था पेंशन के लिए पात्रता आयु घटाकर 50 साल कर दी गई है।
मुख्यमंत्री ने यह ऐलान अपनी सरकार के 50 साल पूरे होने पर किया है। इस अवसर पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। रांची के मोराबादी मैदान में सीएम सोरेन ने लोगों को संबोधित किया। सीएम ने कहा कि राज्य सरकार ने आदिवासियों और दलितों को 50 साल की उम्र तक पहुंचने पर पेंशन का लाभ देने का फैसला लिया है।
सीएम हेमंत सोरेन के के मुताबिक उनकी सरकार ने 36 लाख लोगों को पेंशन प्रदान दी है, जिसमें से ज्यादातर लोग 60 वर्ष से अधिक उम्र के हैं। उनके मुताबिक सन 2000 में झारखंड बनने के बाद से 20 साल में सिर्फ 16 लाख लोगों को ही पेंशन दी गई थी।
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पिता-बेटे एकसाथ पाते हैं वृद्धावस्था पेंशन
मुख्यमंत्री ने कहा कि दलितों और आदिवासी लोगों को जो वृद्धावस्था पेंशन 60 साल की उम्र पूरी हो जाने पर दी जाती थी वह अब 50 साल की उम्र पूरी हो जाने पर ही दी जाएगी। उन्होंने कहा कि कई घरों में पिता और बेटे दोनों को पेंशन मिल रही है क्योंकि, दोनों की उम्र 60 साल पार हो चुकी है।
बना ऐसा करने वाले देश का पहला राज्य
सीएम सोरेन ने कहा कि गरीब राज्य होने और कोरोना-सूखे जैसी समस्याओं के बावजूद राज्य में कोई अव्यवस्था नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार लगातार लोगों की भलाई के लिए काम कर रही है। उन्होंने पहले की बीजेपी सरकारों पर भी निशाना साधा। बता दें कि इस फैसले के बाद झारखंड देश का पहला ऐसा राज्य हो गया है जहां 50 साल से अधिक उम्र के लोगों को पेंशन दी जाएगी।
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