Udaipur News: सीएम अशोक गहलोत ने बुधवार को उदयपुर जिले के आदिवासी बहुल क्षेत्र कोटड़ा के घाटा गांव तथा झाड़ोल में महंगाई राहत कैंपों का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि महंगाई और बेरोजगारी के इस दौर में राज्य की जनता को स्वास्थ्य, सामाजिक सुरक्षा के साथ अन्य जनोपयोगी सुविधाओं का लाभ देकर राहत देने का प्रयास किया जा रहा है।
गहलोत ने कहा कि राज्यभर में करीब 3 हजार राहत कैंप आयोजित हो रहे हैं। इन राहत कैंपों के प्रति आमजन में उत्साह है। अब तक 43 लाख परिवारों को इन कैंपों के माध्यम से राहत दी जा चुकी है तथा 1.97 करोड़ गारंटी कार्ड वितरित किए जा चुके हैं।
गहलोत ने लाभार्थियों को दी बधाई
समारोह को संबोधित करने से पहले मुख्यमंत्री ने कैंप का अवलोकन करते हुए अधिकारियों से अभियान की प्रगति के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने कैंप में आये लाभार्थियों से संवाद किया और योजनाओं का लाभ मिलने पर उन्हें बधाई दी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने लोगों को सरकार के इस अभियान का लाभ उठाने का आह्वान किया। उन्होंने राजीविका के उत्पादों और कैंप की विभिन्न गतिविधियों का भी अवलोकन किया।
कोटड़ा और झाड़ोल को दी सौगातें
मुख्यमंत्री ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मांग पर कोटड़ा में देवला पंचायत समिति का गठन और जसवंतगढ़ में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोलने की घोषणा की। साथ ही, उन्होंने झाडोल में ओगणा को उप तहसील बनाने, पानरवा में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खोलने, ढीमड़ी में पीएचसी खोलने तथा खेड़ा में नवीन पुलिस चौकी खोलने की भी घोषणा की।
आदिवासियों के बीच बांटी जन्मदिन की खुशियां
सीएम ने घाटा गांव में एक जनजाति परिवार के बीच अपने जन्मदिन की खुशियां बांटी। धर्माराम गरासिया आदिवासी परिवार के घर पर मुख्यमंत्री ने नाश्ता किया। अपने बीच मुख्यमंत्री को देखकर यह परिवार उत्साहित था और उन्होंने मुख्यमंत्री को पलाश के पत्तों से बने दोनो में घर पर बनाए पकौड़े व लापसी खिलाई।
गुड़ की डली खिलाकर दी जन्मदिन की शुभकामनाएं
इससे पहले सीएम का पारंपरिक आदिवासी लोक संस्कृति के साथ स्वागत किया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने लोक कलाकारों के साथ समूह फोटो खिंचवा कर उन्हें प्रोत्साहित किया। सभा स्थल पर सैकड़ों आदिवासियों के हाथों में मुख्यमंत्री को जन्मदिन की बधाई वाली रंग बिरंगी तख्तियां दिखी।
हेलीपैड से लेकर सभा स्थल तक क्षेत्रवासियों ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया और उन्हें जन्मदिन की बधाई दी। स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी मुख्यमंत्री को आदिवासी अंचल की परंपरागत मिठाई के रूप में गुड़ की डली खिलाकर तथा माला पहनाकर जन्मदिन की शुभकामनाएं दी।