(सादिक अली, बांसवाड़ा)
अपनी बेटी की शादी करने के लिए आमतौर पर माता-पिता क्या देखते हैं? इसका बहुत ही सिंपल सा जवाब है, एक अच्छा लड़का और अच्छा घर, लेकिन राजस्थान के कुंडल गांव में लड़की की शादी के लिए घर-बार के इतर ‘पानी’ को देखा जाता है। दरअसल, कुंडल गांव की अलग पहचान बन गई है, जो पानी की वजह से बनी है। इस कुंडल गांव में अगर कोई माता-पिता अपनी बेटी की शादी करते हैं, तो इसके लिए वो देखते हैं कि यहां पर पानी है या नहीं। इस गांव में पानी की कमी है, जिसके चलते यहां पर पानी नहीं तो दुल्हन नहीं वाला रूल बना दिया है। यह रूल लड़की के माता-पिता ने ही बनाया, जो नहीं चाहते कि शादी के बाद उनकी लड़की को पानी की कमी से जूझना पड़े। इसकी वजह से ही इस गांव के लड़कों की शादी नहीं हो पा रही है।
गांव में नहीं पहुंच पाता पानी
राजस्थान का कुंडल गांव, जो दूर-दूर तक फैला सूखा इलाका है। यहां पर ऊंची पहाड़ियों पर बसे कई घरों तक पानी पहुंचाना और भी चुनौती बन जाता है। कुएं और तालाब तो बहुत पहले ही सूख चुके हैं, अब हैंडपंप भी जवाब देने लगे हैं। कुंडल गांव की ये कहानी सिर्फ एक गांव की नहीं, बल्कि उस सिस्टम की भी है जो कागजों पर तो योजनाएं बनाता है, लेकिन जमीन पर पानी की एक बूंद भी नहीं पहुंचा पाती है। इस गांव में पानी की किल्लत इस हद तक पहुंच चुकी है कि लोग बेटियों की शादी तक इस गांव में करने से कतराते हैं। 300 की आबादी वाले इस गांव में बस एक हैंडपंप है, और उसी एक हैंडपंप पर पूरा गांव और मवेशी निर्भर हैं। घंटों लाइन में लगकर एक-एक बाल्टी पानी जुटाना यहां की रोजमर्रा की कहानी है।
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पानी हमारे शरीर के लिए कितना जरूरी है, ये बात सभी को पता है, लेकिन राजस्थान के एक गांव के लिए पानी का कनेक्शन सीधा लड़कों की शादी से है। दरअसल, यहां पर पानी की किल्लत है, जिसके चलते लड़कों की शादी नहीं हो पा रही है। pic.twitter.com/RuQAsErcWm
— Shabnaz Khanam (@ShabnazKhanam) April 18, 2025
लड़कों की नहीं हो रही शादी
इस गांव में युवकों की शादी नहीं हो पा रही है। एक स्थानीय युवक का कहना है कि मैं ग्रेजुएट हूं, लेकिन पानी की वजह से मेरी शादी नहीं हो पा रही। लोग रिश्ता लेकर आते हैं, लेकिन जैसे ही पानी की हालत देखते हैं, वापस लौट जाते हैं। इस गांव में लोग पानी को ड्रम में बंद करके ताला लगाकर रखते हैं। वह ऐसा इसलिए करते हैं कि उन्हें पता नहीं होता है कि अब उनको पानी कब मिलेगा। इसी पानी को गांव वाले पीने से लेकर नहाने तक के लिए इस्तेमाल करते हैं।
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