राजस्थान का एक शहर इन दिनों मौतों का घर बनता जा रहा है। 8 महीने में ही 24 मौत हो चुकी हैं और सभी सुसाइड के मामले हैं। ताजा मामला झारखंड की 16 वर्षीय NEET की तैयारी कर रही छात्रा के फांसी लगाने का है। इस घटना की जानकारी पुलिस ने दी है। पुलिस के मुताबिक छात्रा का नाम ऋचा सिन्हा था, जो यहां हॉस्टल में रहकर राष्ट्रीय पात्रता प्रवेश परीक्षा (NEET) की तैयारी कर रही थी।
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नहीं मिला कोई सुसाइड नोट
मिली जानकारी के मुताबिक, मामला कोटा के विज्ञान नगर थाना क्षेत्र का बताया जा रहा है। झारखंड की राजधानी रांची की रहने वाली ऋचा सिन्हा 11वीं की छात्रा थी और कोटा के एक कोचिंग संस्थान से नीट की तैयारी कर रही थी। पुलिस के मुताबिक, छात्रा इस साल की शुरुआत में आई थी। वहीं छात्रा के कमरे से कोई भी सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। ऐसे में पुलिस अब आत्महत्या के कारणों की जांच कर रही है।
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8 महीने में सुसाइड का 24वां मामला
कोटा पुलिस के मुताबिक, कोचिंग संस्थान में इस साल सुसाइड का यह 24वां मामला है। पिछले साल 15 छात्रों ने सुसाइड किया था। बीते 8 महीनों की बात करें तो कोटा के विभिन्न कोचिंग संस्थानों में यूपी-बिहार समेत अन्य राज्यों से पढ़ने आए बच्चों ने सुसाइड किया है। जून और अगस्त महीने में सुसाइड के 7-7 मामले सामने आए हैं, जबकि मई में 5 और जुलाई में 2 छात्रों ने आत्महत्या की थी।
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छात्रों के आत्महत्या का कारण
कोटा में छात्रों के आत्महत्या के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण पढ़ाई का बोझ और बढ़ता कंपीटिशन माना जा रहा है। वहीं विशेषज्ञों की मानें तो पैरेंट्स बच्चों को दूसरे बच्चों से दोस्ती करने के लिए मना करते हैं और उनको अपना प्रतिस्पर्धी मानने के लिए कहते हैं। बड़ा कारण यह भी है कि कोचिंग संस्थानों में लाखों की फीस जमा करने के बाद भी उनका सिलेक्शन नहीं होता है।