Rajasthan Hindi News: राजस्थान कांग्रेस में चल रहे सियासी घमासान के बीच प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कांग्रेस नेताओं की बयानबाजी पर नाराजगी जताई है। उन्होंने पायलट खेमे के माने जाने वाले विधायक रामनिवास गावड़िया और आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ की बयानबाजी पर नाराजगी जताते हुए मर्यादा में रहने की नसीहत दी है। डोटासरा ने कहा कि सभी कांग्रेस नेताओं को मर्यादा में रहकर काम करना चाहिए।
मिडिया से बातचीत करने के दौरान डोटासरा ने कहा, ‘जो पार्टी की रीति-नीति और उनके नियमों के अनुसार काम नहीं कर रहे है। उन्हें पार्टी को कमजोर करने का अधिकार नहीं है। इन सब बातों पर पार्टी आलाकमान गौर कर रहा है। कोई नेता कुछ भी बयान दे रहा है, उसे एआईसीसी देख रही है। सभी बयान और काम केसी वेणुगोपाल के संज्ञान में है। ऐसा कोई भी काम नहीं करें जिससे पार्टी को नुकसान हो। चाहे वह कोई भी नेता क्यों न हो।’
कांग्रेस संगठन महासचिव श्री @kcvenugopalmp जी ने एडवाइजरी जारी कर रखी है, जो भी बयानबाजी कर रहे हैं वो उनके संज्ञान में है।
सभी को मर्यादा में रहकर वही काम करना चाहिए जो कांग्रेस की रीति-नीति एवं संस्कार में है। कांग्रेस पार्टी को कमजोर करने का हक किसी को नहीं है। @INCIndia pic.twitter.com/mJ4yx1d1nw
---विज्ञापन---— Govind Singh Dotasra (@GovindDotasra) October 31, 2022
बता दें कि सचिन पायलट समर्थक विधायक रामनिवास गावड़िया ने धर्मेंद्र राठौड़ को जूते चप्पल उठाकर आरटीडीसी चेयरमैन बनने का आरोप लगाया है। वहीं रामनिवास गावड़िया के बयान पर धर्मेंद्र सिंह राठौड़ ने पलटवार करते हुए कहा था कि, इन लोगों ने बीजेपी से मिलकर कांग्रेस सरकार गिराने का प्रयास किया था। पार्टी को इन लोगों ने कितना नुकसान पहुंचाया है। यह सबको मालूम है। मैं पार्टी का वफादार हूं और रहूंगा।
वहीं आज सुबह ही धर्मेंद्र राठौड़ और पायलट कैम्प के विधायक रामनिवास गावड़िया के बीच हुई बयानबाजी पर मुख्य सचेतक महेश जोशी ने कोई भी प्रतिक्रिया यह कहते हुए देने से इनकार कर दिया कि वह कांग्रेस आलाकमान की ओर से जारी गाइडलाइन में बंधे हैं और किसी भी हाल में उसे नहीं तोड़ेंगे।
उल्लेखनीय है कि 25 सितंबर को कांग्रेस विधाक दल की बैठक बहिष्कार करने के मामले में धर्मेंद्र राठौड़ को कारण बताओ नोटिस जारी किया। राठौड़ सीएम गहलोत समर्थक माने जाते हैं। पायलट कैंप के निशाने पर रहते हैं।