---विज्ञापन---

राजस्थान

सफलता की कहानीः प्रदेश में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना से पीले हो रहे लाडो के हाथ

Rajasthan News: हर मां-बाप की दिली ख्वाहिश होती है कि नाजों में पली उनकी लाडो का ब्याह अच्छे से हो, लेकिन कई बार आर्थिक तंगी के हालात इसमें बाधक बन जाते हैं। निर्धन माता-पिता बिटिया की शादी के लिए कर्ज लेने को मजबूर हो जाते हैं। मुश्किल हालात से जूझते ऐसे माता-पिता की पीड़ा को […]

Author Edited By : Rakesh Choudhary Updated: Feb 26, 2024 20:47
Rajasthan News, Mukhyamantri Kanyadan Yojna

Rajasthan News: हर मां-बाप की दिली ख्वाहिश होती है कि नाजों में पली उनकी लाडो का ब्याह अच्छे से हो, लेकिन कई बार आर्थिक तंगी के हालात इसमें बाधक बन जाते हैं। निर्धन माता-पिता बिटिया की शादी के लिए कर्ज लेने को मजबूर हो जाते हैं। मुश्किल हालात से जूझते ऐसे माता-पिता की पीड़ा को समझा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने। उनकी पहल पर मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के माध्यम से प्रदेश में आर्थिक रूप से मजबूर माता-पिता निश्चिंत होकर अपनी लाडेसर के हाथ पीले कर पा रहे हैं।

सांभरलेक के कैलाश चंद्र की चिंता हुई दूर

जयपुर के सांभरलेक निवासी कैलाश चन्द्र बरड़ मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करते हैं। जब बेटी के हाथ पीले करने की बात आई तो उन्हें चिंता सताने लगी। बेटी के कन्यादान के लिए पैसा कर्ज से जुटाने की मजबूरी सामने आ गई। ऐसे में एक निकट परिचित ने उन्हें मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के बारे में बताया। इस पर कैलाश चन्द्र ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सांभर स्थित कार्यालय में संपर्क कर ई-मित्र के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन किया।

---विज्ञापन---

मात्र 7 दिन में सरकार ने दिए 41 हजार

महज 7 दिन में ही विभाग ने आवेदन का निस्तारण करते हुए 41 हजार रूपए की सहायता राशि उनके खाते में ऑनलाइन जमा कर दी। कैलाश ने अपनी बिटिया रीना की शादी जयपुर के प्रताप सिंह के साथ बड़ी धूमधाम से की। अपनी लाडो के हाथ पीले करने की खुशी कैलाश से छुपाए नहीं छिपती। वे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आभार जताते हुए कहते हैं कि इस योजना ने उनके जैसे सैकड़ों अभिभावकों की चिंता खत्म करने का काम किया है।

अब तक 50 हजार लोगों ने उठाया लाभ

उल्लेखनीय है कि इस योजना के तहत गरीब बीपीएल परिवार, अनुसूचित जाति, जनजाति एवं दिव्यांग वर्ग सहित अन्य परिवारों को उनकी पात्रतानुसार 21 हजार रूपए से लेकर अधिकतम 51 हजार रूपए तक की आर्थिक सहायता देय है। अब तक 49 हजार 374 लाभार्थियों को 192 करोड़ रूपए की आर्थिक सहायता प्रदान की जा चुकी है।

---विज्ञापन---

(tuneupfitness.com)

First published on: May 29, 2023 12:55 PM

संबंधित खबरें