Rajasthan Assembly: मंगलवार को विधानसभा में विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव के मुद्दे पर जमकर हंगामा हुआ। सीएम सलाहकार संयम लोढ़ा ने विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव पेश किया। इसी को लेकर विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और स्पीकर सीपी जोशी में जमकर तनातनी हुई। इसको लेकर सदन में करीब 20 मिनट तक हगांमा हुआ।
दरअसल, 25 सितंबर को कांग्रेस के 91 विधायकों ने सचिन पायलट को विधायक दल का नेता (Rajasthan Assembly) बनाए जाने के विरोध में विधानसभा स्पीकर को इस्तीफा दे दिया था। इस मुद्दे को लेकर वे राठौड़ राजस्थान हाईकोर्ट चले गए थे। जिसको लेकर विधानसभा सचिव ने सोमवार को कोर्ट में जवाब प्रस्तुत किया था।
स्पीकर बोले-आपके हिसाब से सदन नहीं चलेगा
विधानसभा कार्यवाही के दौरान जब स्पीकर ने संयम लोढ़ा को बोलने की (Rajasthan Assembly Breach Of Privilege) अनुमति दी तो राठौड़ ने विरोध किया। स्पीकर जोशी ने कहा- आप मेरे अधिकार को चैलेंज नहीं कर सकते। हाउस नियमों से चलता है और आप वरिष्ठ हैं तो इसका मतलब यह नहीं है कि आपके हिसाब से सदन चलाया जाए।
स्पीकर ने विधानसभा की प्रक्रिया और संचालन नियमों का हवाला दिया। स्पीकर ने कहा कि नियम 157 में विशेषाधिकार हनन का पूरा प्रोसेस दिया हुआ है। इन्हीं नियमों के तहत मैनें संयम लोढ़ा को बोलने की अनुमति दी है।
राठौड़ बोले- 13 फरवरी को इस पर फैसला आने वाला है
राजेंद्र राठौड़ ने कहा- इस पर हमें भी बोलने का मौका मिलना चाहिए। नियम 160 और 161 को भी देखिए। राठौड़ ने विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाने की प्रक्रिया पर नियम काॅट करने की बात कही तो उन्हें स्पीकर ने टोकते हुए कहा कि मंजूरी नहीं दे सकते। इस पर राठौड़ ने कहा कि आप विशेषाधिकार पर टुकड़ों में फैसला करके क्या साबित करना चाहते हैं? 13 फरवरी को हाईकोर्ट में इस पर फैसला आने वाला है।
स्पीकर बोले- हाफ लिटरेट होने से काम नहीं चलता
राजेंद्र राठौड़ ने जब नियमों का हवाला दिया तो स्पीकर जोशी ने कहा- मैं अनपढ़ नहीं हूं, मैं सारे नियम जानता हूं। इन नियमों के हिसाब से ही सदन चलेगा। आपके कहने से सदन नहीं चलेगा। राठौड़ ने नियम 161 का हवाला दिया तो स्पीकर ने कहा कि कंगारू जंपिंग से काम नहीं चलता, पहले नियम 160 को देखिए, मैं इसे पढ़ देता हूं। मिस्टर राठौड़ हाफ लिटरेट होने से काम नहीं चलता, पूरा पढ़ना होता है।