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राजस्थान

मेवाड़ की ये 2 सीटें बनीं भाजपा-कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती, दोनों पार्टियां तोड़ना चाहेगी तिलिस्म

Rajasthan Election 2023 BJP Congress Udaipur Vallabhnagar Seats: राजस्थान में 25 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होगा। वहीं मेवाड़ की कुछ सीटों को छोड़कर दोनों ही पार्टियों ने अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है।

Author Edited By : Rakesh Choudhary Updated: Oct 24, 2023 11:31
राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023
राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023

Rajasthan Election 2023 BJP Congress Udaipur Vallabhnagar Seats: राजस्थान में 25 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होगा। वहीं मेवाड़ की कुछ सीटों को छोड़कर दोनों ही पार्टियों ने अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है। इस बार के विधानसभा चुनाव में मेवाड़ की 2 सीटें ऐसी है जहां भाजपा 20 से जीत का स्वाद नहीं चख पाई है। वहीं कांग्रेस 25 साल से जीत के इंतजार में है। जानें क्या हैं इसके पीछे की वजह।

बात करें उदयपुर की तो इस जिले में विधानसभा की 8 सीटें हैं। भाजपा ने 6 सीटों पर तो कांग्रेस ने 4 सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है। भाजपा ने उदयपुर शहर, उदयपुर ग्रामीण, गोगुंदा, झाड़ोल, सलूंबर और खेरवाड़ा वहीं कांग्रेस ने वल्लभनगर, खेरवाड़ा, मावली और सलूंबर से प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। वहीं उदयपुर की 2 सीटें ऐसी है जहां कांग्रेस और भाजपा पिछले 25 साल से जीत का इंतजार कर रही है।

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उदयपुर शहर सीट कांग्रेस के लिए बनी चुनौती

इस विधानसभा चुनाव में भाजपा वल्लभनगर सीट से तो वहीं कांग्रेस उदयपुर शहर सीट पर जीत का सूखा खत्म करना चाहेगी। उदयपुर शहर सीट पर पिछले 20 साल से भाजपा का कब्जा है। भाजपा का इस सीट पर 1998 से कब्जा है। यह सीट भाजपा का गढ़ है। इस सीट से भाजपा के कद्दावर नेता रहे और वर्तमान में असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया लगातार विधायक रहे हैं। इस सीट पर कांग्रेस के पास गुलाबचंद के समान कोई बड़ा नेता नहीं होने से पार्टी को यहां लगातार हार का सामना करना पड़ा है। भाजपा ने इस बार ताराचंद जैन को यहां से प्रत्याशी बनाया है।

वल्लभनगर सीट पर जीत का सूखा खत्म करना चाहेगी भाजपा

वहीं वल्लभनगर सीट पर पिछले 20 साल से कांग्रेस का कब्जा है। यहां से कांग्रेस ने गजेंद्र सिंह शक्तावत की पत्नी प्रीति सिंह को टिकट दिया है। कोेरोना में गजेंद्र सिंह की मौत हो गई थीं। इसके बाद हुए उपचुनाव में पार्टी ने उनकी पत्नी को चुनाव मैदान में उतारा। वहीं बीजेपी फिलहाल यहां से उम्मीदवार तय नहीं कर पाई है। यहां भाजपा 2003 से जीत का इंतजार कर रही है। ऐसे में माना जा रहा है कि दोनों ही पार्टियां इन सीटों पर जीत दर्ज कर हार-जीत का तिलिस्म तोड़ना चाहेगी।

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First published on: Oct 24, 2023 11:29 AM

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