---विज्ञापन---

राजस्थान में MP जैसा ड्रामा; गहलोत ने कांग्रेस की लिस्ट से पहले ही कर दिए दौसा की सभी 5 सीटों पर उम्मीदवार घोषित

Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच शुक्रवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वो कारनामा कर दिया, जिसे कांग्रेस हाईकमान देखती ही रह गई। पार्टी की लिस्ट आने से पहले ही गहलोत ने दौसा जिले के पांच उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया।

Edited By : Balraj Singh | Updated: Oct 20, 2023 21:49
Share :

केजे श्रीवत्सन/दौसा

राजस्थान के दौसा में शुक्रवार को एक पॉलिटिकल ड्रामा देखने को मिला। यह हू-ब-हू मध्य प्रदेश में घटी घटना से मेल खाता है। यहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस की तरफ से उम्मीदवारों की सूची जारी होने से पहले सिकराय के रैली के मंच से ही सभी पांच विधानसभा सीटों पर अपने चहेतों को कैंडीडेट घोषित कर दिया। इतना ही नहीं, इन्हें जिताने के लिए भी अपील कर डाली। बता दें कि चुनाव अभियान के चलते शुक्रवार को दौसा जिले के सिकराय गांव में कांग्रेस की तरफ से ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (AICC) की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की जनसभा आयोजित की गई। अनुमान था कि इस रैली के मंच से प्रदेश की विभिन्न विधानसभा सीटों पर उतारे जा रहे पार्टी प्रत्याशियों के नामों का ऐलान हो जाएगा।

---विज्ञापन---
  • अशोक गहलोत ने कल खुद को बताया था मुख्यमंत्री पद का सबसे सशक्त दावेदार, सचिन पायलट ने कहा था-फेस जैसा कुछ नहीं होता

यह भी पढ़ें: किस्से सियासत के: राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री के नाम में ‘मिठास’ और सिग्नेचर में ‘कार’ की थी अनोखी अहमियत

एक ओर प्रियंका गांधी वाड्रा की सिकराय रैली से एक दिन एक दिन पहले गुरुवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने खुद को मुख्यमंत्री पद का सबसे सशक्त दावेदार बताया, वहीं पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने इस पर पलटवार करते हुए साथ मिलकर लड़ने की बात कही थी। पायलट ने कहा था, ‘CM फेस जैसा कुछ भी नहीं होता, सभी मिलकर लड़ते हैं। इस बार भी मिलकर लड़ेंगे और जीतेंगे’। पायलट ने यह बयान प्रियंका की जनसभा को लेकर की जा रही तैयारियों का जायजा लेने के बाद कही थी।

---विज्ञापन---

यह भी पढ़ें: राजस्थान की सूरजगढ़ सीट का पुराना है S फैक्टर कनेक्शन, इस बार फिर उम्मीद बरकरार

शुक्रवार को सिकराय में रैली तो हुई, लेकिन पार्टी हाईकमान की तरफ से उम्मीदवारों की सूची का ऐलान नहीं हो सका, जैसा कि राजनैतिक जानकार अनुमान लगा रहे थे। हां, लेकिन इसके उलट इस रैली के मंच से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने पांच चहेतों के नाम जरूर घोषित कर दिए। गहलोत ने कहा, ‘दौसा की सभी पांचों सिटिंग विधायकों को जिताओ’। उन्होंने मंच से सभी विधायकों के नाम भी लिए, जिनमें महवा के निर्दलीय विधायक ओमप्रकाश हुड़ला का नाम गहलोत की जुबान पर आते ही हर कोई दांतों तले अंगुली दबाने लग गया कि यह सीएम साहब क्या बोल रहे हैं। हालांकि इस बयान के बाद उन अटकलों पर फुल स्टॉप लग गया, जोकि पिछले कुछ दिनों से इलाके में लग रही थी। असल में ओमप्रकाश हुड़ला के कांग्रेस के निशान पर चुनाव लड़ने के अंदाजे यहां खूब चर्चा में हैं।

यह भी पढ़ें: मध्यप्रदेश में टिकट न मिलने पर कांग्रेसी नाराज, जलाया अपने ही प्रत्याशी का पुतला, लगाए गंभीर आरोप

दूसरी ओर थोड़ा गहराई से सोचा जाए तो अशोक गहलोत का यह ऐलान मध्य प्रदेश की राजनीति से बहुत हद तक मेल खाता है। हुआ यूं कि गुरुवार को मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए घोषित 88 कांग्रेस उम्मीदवारों की सूची में घोषित अमरवाड़ा के उम्मीदवार कमलेश शाह, परासिया के प्रत्याशी सोहन वाल्मीकि और पांढुर्णा के उम्मीदवार निलेश उइके वो नेता हैं, जिनके नामों की घोषणा कॉन्ग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के बेटे और मौजूदा कांग्रेस सांसद नकुल नाथ ने पहले ही कर दी थी। अशोक गहलोत के ऐलान के दौसा सीट से मुरारी लाल मीणा का, सिकराय से ममता भूपेश का, लालसोट से परसादी लाल मीणा का, बांदीकुई से गजराज खटाना का और महवा से ओमप्रकाश हुडला का नाम लगभग फाइनल ही हो गया है। यह अलग बात है कि पार्टी की 130 उम्मीदवारों के नामों की पहली सूची आने में अभी एक-दो दिन लग सकते हैं।

HISTORY

Edited By

Balraj Singh

First published on: Oct 20, 2023 09:42 PM
संबंधित खबरें