महंगाई राहत कैम्प: राज्य सरकार द्वारा 10 जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ आमजन तक पहुंचाने के लिए महंगाई राहत कैम्प आयोजित किए जा रहे हैं। महंगाई से तत्काल राहत देने वाली इन योजनाओं से हर वर्ग को खुशियां मिल रही है। 500 रुपए में गैस सिलेण्डर, हर महीने 100 यूनिट तक फ्री बिजली, 2000 यूनिट तक निशुल्क कृषि बिजली, निशुल्क अन्नपूर्णा फूड पैकेट, 25 लाख रुपए का स्वास्थ्य बीमा और 10 लाख रुपए का दुर्घटना बीमा सहित अन्य योजनाओं से प्रदेशवासियों को बचत और राहत की गारंटी मिल रही है।
मूक बधिर माया को मिली विशेष योग्यजन पेंशन
भीलवाड़ा के चिलेश्वर ग्राम पंचायत में आयोजित महंगाई राहत कैम्प गोपीराम एवं उनकी पुत्री माया के लिए खुशियां लेकर आया। माया मूक बधिर हैं। कैंप में माया का सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के अंतर्गत तत्काल पंजीकरण कर मुख्यमंत्री गारंटी कार्ड सौंपा गया। गोपीराम ने राज्य सरकार द्वारा आयोजित किए जा रहे महंगाई राहत कैंप और जनकल्याणकारी योजनाओं के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आभार व्यक्त किया।
द्वारिका देवी को मिली रसोई के खर्चों में राहत
टोंक जिले के मालपुरा उपखण्ड की द्वारिका देवी जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए महंगाई राहत कैम्प पहुंची। उन्होंने बताया कि परिवार की कमजोर आर्थिक स्थिति के कारण वे रसोई गैस सिलेंडर लेने में असमर्थ थी। लेकिन अब इंदिरा गांधी गैस सिलेंडर योजना के अन्तर्गत 500 रूपये में गैस सिलेंडर मिलने से उन्हें चूल्हे के धुएं से राहत मिल सकेगी। उन्होंने राज्य सरकार तथा स्थानीय प्रशासन का आभार व्यक्त किया।
फूलचंद को मिला सात योजनाओं का लाभ
झालावाड़ जिले की झिकड़िया ग्राम पंचायत में आयोजित महंगाई राहत कैम्प में फूलचंद का एक साथ सात योजनाओं के लिए पंजीयन हुआ। उन्हें इंदिरा गांधी गैस सिलेंडर सब्सिडी योजना, मुख्यमंत्री निशुल्क बिजली योजना, मुख्यमंत्री निशुल्क अन्नपूर्णा फूड पैकेट योजना, मुख्यमंत्री ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना तथा मुख्यमंत्री कामधेनु बीमा योजना के साथ ही मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में 25 लाख रूपये तथा मुख्यमंत्री चिरंजीवी दुर्घटना बीमा योजना में 10 लाख रुपये का बीमा कवर का लाभ मिला। फूलचंद ने बताया कि उनके पूरे परिवार को आर्थिक सम्बल देने वाली योजनाओं के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को धन्यवाद दिया।
चिकित्सा विभाग की संवेदनशीलता ने बदली दिव्यांग बच्चों की जिंदगी
बारां जिले के केलवाड़ा-दांता में आयोजित कैम्प में दिव्यांग बच्चें रोहित(16), सिंघम(7), बिन्दों(27) एवं रोशनी(17) अपने अभिभावकों के साथ पहुंचे। उन्होंने चिकित्सा विभाग की डेस्क पर दिव्यांग प्रमाण पत्र के लिए निवेदन किया, जिस पर ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी के निर्देश पर चिकित्सकों ने बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया और उनकी शारीरिक अक्षमताओं के आधार पर दिव्यांग प्रमाण पत्र जारी किए। उनके अभिभावकों ने कहा कि अब उनके बच्चों को दिव्यांगजन श्रेणी के सभी लाभ मिल सकेंगे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को कोटि-कोटि आभार।