Kota: स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल शुक्रवार को कोटा के दौरे पर रहे। जहां उन्होंने विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। धारीवाल ने ऐतिहासिक दरवाजों के सौन्दर्यकरण कार्यों के लोकार्पण के साथ कोटा के नागरिकों को बड़ तिराये पर नवीन बस स्टॉप एवं हाट बाजार का शुभारम्भ कर नई सौगात प्रदान दी।
जाम से निजात, यात्रियों को मिलेगी सुविधा
स्वायत्त शासन मंत्री ने बड़ तिराहे के पास नगर विकास न्यास द्वारा 4.35 करोड़ की लागत से विकसित किए गए अत्याधुनिक बस स्टॉप का लोकार्पण कर आमजन को समर्पित किया। शहर में प्राइवेट बसों की पार्किंग और जगह-जगह होने वाले ठहराव से जाम की समस्या से शहर वासियों को निजात मिलेगी। बड़ तिराये के पास 4.35 करोड़ की लागत से नवीन बस स्टॉप को 140 गुणा 35 मीटर चौडाई में बनाया गया है। यहां 100 मीटर लम्बाई में यात्रियों के लिए शेड, दो प्याऊ, कैन्टीन तथा बसों के ठहराव के लिए अलग-अलग ब्लॉक बनाये गये है।
कभी विरान रहने वाला ग्रामीण हाट हैरिटेज लुक में विकसित
कभी विरान पड़े रहने वाले, सीपेज के कारण अनुपयोगी हो रहे ग्रामीण हाट को नगर विकास न्यास द्वारा आधुनिकता के साथ हेरिटेज लुक में विकसित किए जाने के बाद स्वायत्त शासन मंत्री ने लोकार्पण कर सम्पूर्ण परिसर का अवलोकन किया। उन्होंने बाजार में विकसित की गई आकर्षक दुकानों का अवलोकन कर हस्तशिल्पकारों, बुनकरों को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि हाट बाजार में विकसित किया गया आकर्षक गार्डन, ओपन ऑडिटोरियम, कैफेटेरिया, हाट बाजार की सुंदरता और सुविधाओं का समावेश प्रत्येक आयुवर्ग के नागरिकों और देशी-विदेशी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा।
विरासत को किया जीवंत
सूरजपोल दरवाजे पर आयोजित आमसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि नागरिक सुविधाओं के विस्तार एवं पर्यटन महत्व के हुए विकास कार्यों के कारण कोटा की नई पहचान देशभर में बनी है। उन्होंने कहा कि 400 साल की विरासत के संरक्षण से कोटा का प्राचीन वैभव पुर्नजीवित हुआ है इसे देखने देश विदेश के पर्यटक आयेंगे। उन्होंने परकोटे की तारीफ करते हुए कहा कि कोटा अपने परकोटे और ऐतिहासिक विशाल दरवाजों की खासियत से देश के हेरिटेज में अलग स्थान रखता है।
जीर्णोद्वार में हेरिटेज के मापदंडों का किया गया पालन
अपना अस्तित्व खोती जा रही इस विरासत की सुध लेकर इसके वैभव काे जीवित किया है। उन्होंने कहा कि इसके सौन्दर्यकरण में हैरिटेज के मापदंडों का पालन किया गया है, मरम्मत कार्य में चूना का उपयोग, चित्रों में खमियां का उपयोग कर इसके प्राचीन स्वरूप को बनाये रखने हुए चित्रकारी की गई है।
उन्होंने कहा कि प्राचीन वैभव के साथ सौंदर्यकरण किए जाने से देशी-विदेशी पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनेंगे। इसका लाभ स्थानीय नागरिकों को मिलेगा। स्वायत्त शासन मंत्री को व्यापार संगठनों के प्रतिनिधियों द्वारा फलों से तोलकर सम्मान करते हुए ऐतिहासिक दरवाजों के जीर्णोद्वार के कार्यों के लिए धन्यवाद दिया।