जोधपुर से लोकेश व्यास की रिपोर्टः अजय का नाम इंटरनेश्नल बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ है। कबाड़ से जुगाड़ के इस जादूगर ने इसी मेले में आदि योगी शिव की 31 फीट ऊंची प्रतिमा लगाई थी। इस प्रतिमा को इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में मेंशन किया गया है।
साथ ही कबाड़ से बनी गांधी की प्रतिमा को गोल्डन बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में स्थान मिलने वाला है। यानी अजय शर्मा की तीनों कलाकृति के लिए इंटरनेशनल, इंडिया व गोल्डन बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज किया गया है।
राजस्थान उद्योग हस्तशिल्प उत्सव में किया था प्रदर्शित
जोधपुर के जाने माने हस्तशिल्प निर्यातक व कबाड़ से जुगाड़ के लिए विश्व भर में अपनी पहचान बनाने वाले डॉ अजय शर्मा का नाम इस बार इंटरनेशनल बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज हो गया। शर्मा को ये सम्मान उनके द्वारा बनाये गए सी वर्ल्ड के लिए मिला है। ये सम्मान 141 देशों के बीच चुने गए नवाचार के लिए मिला है।
इस तरह का बिना पानी का समन्दर पहली बार बनाया गया। जनवरी माह में रावण के चबूतरे मेला ग्राउंड पर आयोजित पश्चिमी राजस्थान उद्योग हस्तशिल्प उत्सव में शर्मा व उनकी टीम द्वारा डोम में समुन्दर के नीचे की दुनिया बनाई गई जिसमें वेस्ट मेटल स्क्रैप का यूज़ कर 104 फ़ीट की ब्लू व्हेल फिश बनाई गई।
सी वर्ल्ड देश भर में बना चर्चा का विषय
इस सी वर्ल्ड में 35 फ़ीट की सबमरीन 50 फ़ीट का डूबा हुआ जहाज़ बनाया गया। इसके आलावा 2000 तरह के जलीय जीव जैसे ऑक्टोपस, लोबस्टर्स, केकड़े, रंग बिरंगी मछलियां, कछुए, टाइगर शार्क, हैमर हेड शार्क, डॉल्फिन्स, स्टार फिश, सी हॉर्स, जेली फिश, वाटर स्नेक, आर्टिफिशल झाड़ियां इत्यादि बनाई गई।
साउंड, लेज़र व स्मोक के माध्यम से पानी के नीचे का धुंधलापन व माहौल क्रिएट किया गया। इसे बनाने में 100 लोगों की टीम ने 2 महीने तक दिन रात काम कर रेगिस्तान में समंदर की दुनिया क्रिएट की गई । इस सी वर्ल्ड को दस दिनों में 15 लाख लोगों ने देखा व देश भर में चर्चा का विषय रहा।
कबाड़ से बनाई थी 31 फीट की शिव प्रतिमा
अजय शर्मा का नाम 17 फरवरी को इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड्स में दर्ज हो चुका है। शर्मा को ये सम्मान उनके द्वारा बनाई गई कबाड़ से शिव प्रतिमा के लिए मिला है। यह प्रतिमा भी पश्चिमी राजस्थान हस्तशिल्प उद्योग उत्सव में लगाई गई थी। जिसे लोगों ने खूब पसंद किया।
उत्सव में शर्मा ने कबाड़ से 31 फ़ीट ऊंची शिव प्रतिमा लगाई गई। ये शिव प्रतिमा 7000 कबाड़ से बनी इसके साथ ही 1200 लोहे के कबाड़ से बना 10 फ़ीट ऊंचा शिवलिंग भी बनाया गया। 38 फ़ीट ऊंचा महादेव का त्रिशूल व डमरू भी बनाया गया। इससे पहले भी शर्मा अपना नाम कई रिकॉर्ड बुक में दर्ज करवा चुके है।।
जल्द जारी होगा रिकाॅर्ड का प्रमाण पत्र
शिव प्रतिमा के अलावा हस्त शिल्प मेले में महात्मा गांधी की भी प्रतिमा भी अजय ने लगाई थी। ये प्रतिमा भी स्क्रैप से बनाई गई थी। इसमें नट, बोल्ट के साथ पाना, बाइक की चेन, क्लच प्लेट, बाइक के गियर, स्कूटर के शॉकर और वेस्ट मेटल शीट का यूज किया गया है। इसमें करीब 3 हजार किलो स्क्रैप लगा ।
ये प्रतिमा 22 फीट ऊंची थी, जिसे बनाने में डेढ़ महीने का समय लगा। इसे 20 लोगों की टीम ने तैयार किया है। इसका नाम भी गोल्डन बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज होने की प्रक्रिया पुरी हो चुकी है। जल्द ही प्रमाण पत्र जारी होगा।