Jhalawar News: राजस्थान के झालावाड़ जिले के निर्दलीय नेता नरेश मीणा की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। अभी कल ही उनकी गंगाधर मामले में जमानत हुई थी और आज फिर से पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। इस बार नरेश मीणा को पुलिस ने 25 जुलाई को SRG अस्पताल के बाहर किए गए प्रदर्शन के लिए गिरफ्तार किया है। नरेश मीणा को भवानीमंडी पुलिस ने गिरफ्तार कर सदर थाने लेकर पहुंची थी, जहां डीएसपी हर्षराज सिंह ने पूछताछ के बाद उन्हें अदालत में पेश किया।
13 दिन के लिए जेल भेज गए मीणा
कोर्ट में अवकाश कालीन मजिस्ट्रेट एसीजेएम मीनाक्षी व्यास के समक्ष पेश किया गया। यहां अदालत ने नरेश मीणा को 13 दिन के लिए जेल भेज दिया। अदालत से जेल जाते समय नरेश मीणा ने कहा, ‘मुझे जबरदस्ती फंसाया जा रहा है, पहले भी लोग धरने पर बैठे थे। मैं हमेशा बच्चों के लिए लड़ता रहूंगा। पीड़ित परिवार से कहा है मेरी रिहाई पर ध्यान न दे, यहां भेदभाव नहीं चलेगा। मुआवजे में एक करोड़ की मांग करते रहें।
राजस्थान के झालवाड़ा में एक स्कूल की छत गिरने से पीड़ित परिवारों के न्याय की लड़ाई लड़ रहे साथी #श्री_नरेश_मीणा को गिरफ्तार कर ऐसा व्यवहार किया जा रहा हैं की कोई कुख्यात अपराधी हो,
“सरकार जनता द्वारा चुनी जाती है और उनके प्रति जवाबदेह होती है. “ यह लोकतंत्र की सबसे प्रमुख विशेषता… pic.twitter.com/lCKikh4xo5— Atul Pradhan (@atulpradhansp) July 27, 2025
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क्या हुआ था 25 जुलाई को?
बता दें कि झालावाड़ में 25 जुलाई को एक सरकारी स्कूल की छत गिरने से 7 बच्चों की मौत हो गई थी और 30 बच्चे घायल हो गए थे। इस हादसे को लेकर नरेश मीणा ने झालावाड़ के उसी मेडिकल कॉलेज के बाहर प्रदर्शन किया, जिसमें घायल बच्चों का इलाज हो रहा था। हालांकि, मामले को शांत करने के लिए पुलिस ने सख्ती का इस्तेमाल करते हुए नरेश मीणा को हिरासत में ले लिया था। इसके अलावा, अस्पताल के बाहर प्रदर्शन करने वाले कई लोगों पर लाठी चार्ज किया था।