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राजस्थान

60 लाख रुपये में नीट परीक्षा पास कराकर बना रहे थे MBBS डॉक्टर, जयपुर पुलिस ने किया पर्दाफाश

Rajasthan News: जयपुर पुलिस ने नीट परीक्षा पास कराने के बाद एमबीबीएस में दाखिला कराने वाले एक गैंग का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गैंग के एक सदस्य को हिरासत में लिया है। पुलिस का दावा है कि हिरासत में लिए गए युवक की जगह उसके चचेरे भाई ने नीट की परीक्षा देकर उसे पास कराया था। पढ़ें केजी श्रीवत्सन की पूरी रिपोर्ट।

Author Written By: News24 हिंदी Author Edited By : Md Junaid Akhtar Updated: Jun 6, 2025 17:30
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जयपुर पुलिस ने नीट परीक्षा में फर्जीवाड़े का किया खुलासा

Rajasthan News: राजस्थान की जयपुर पुलिस ने नीट (राष्ट्रीय पात्रता व प्रवेश परीक्षा) 2020 परीक्षा में पास MBBS कराने वाले एक गैंग का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इस गैंग के मुख्य सरगना सचिन गौरा को हिरासत में लिया है। इस पूरे नेटवर्क में एक दर्जन से ज्यादा लोग शामिल बताएं जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि यह गैंग 60 लाख रुपये लेकर मुन्ना भाई जैसे लड़कों को एमबीबीएस डॉक्टर बना रहा था। पुलिस अब पकड़े गए सचिन गौरा से उसके नेटवर्क में शामिल अन्य लोगों के बारे में पूछताछ कर रही है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही इसे मामले में अन्य लोगों की भी गिरफ्तारी की जाएगी।

सचिन की जगह चचेरे भाई ने दी थी परीक्षा

जयपुर डीसीपी अमित बुडानिया ने बताया कि यह पूरा मामला राजस्थान के चोमू थाना क्षेत्र का है। पुलिस ने गैंग के एक आरोपी सचिन गौरा को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि सचिन गौरा ने नीट परीक्षा का फार्म भरा था। लेकिन परीक्षा उसके चचेरे भाई अजीत गौरा ने दी थी। असली छात्र की जगह नकली कैंडिडेट ने डमी छात्र बनकर परीक्षा दी। अजीत द्वारा दी गई परीक्षा में सचिन ने करीब 667 नंबर हासिल किए। इसके बाद सचिन ने एमबीबीएस में दाखिला पा लिया। डीसीपी ने बताया कि जांच में पाया कि इस सौदे की रकम करीब 60 लाख रुपये थी।

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छात्रों और हॉस्टल स्टॉफ ने किया विरोध

डीसीपी के मुताबिक, सचिन इस समय जोधपुर एम्स में एमबीबीएस से कर रहा है। मामला उजागर होने के बाद पुलिस ने आरोपी को एम्स के हॉस्टल नंबर 6 से देर रात हिरासत में लिया है। इस दौरान अन्य छात्रों और हॉस्टल स्टॉफ ने इसका विरोध भी किया। अतिरिक्त पुलिस बल बुलाकर उन्हें पूरे मामले अवगत कराया गया। जिसके बाद सचिन को हिरासत में लिया गया है।

सचिन के रिश्तेदार ने किया फर्जीवाड़े का खुलासा

बताया जा रहा है कि इस फर्जीवाड़े का खुलासा सचिन के ही रिश्तेदार ने किया है। रिश्तेदार ने ही इस मामले में पुलिस से शिकायत की थी। पुलिस ने 15 दिन पहले मामले में केस दर्ज कर जांच शुरू की। जांच में आरोप सही पाए जाने पर सचिन को हिरासत में लिया गया है। जबकि उसके चचेरे भाई अजीत गौरा की तलाश की जा रही है।

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अजीत बन गया MBBS डॉक्टर

परीक्षा देने वाला अजीत भी भरतपुर के जगन्नाथ पहाड़िया मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर बन गया है। यानी बिना मेहनत, पैसे से डॉक्टर बनने की पूरी साजिश रच दी गई। जालसाजी के इस खेल का तीसरा खिलाड़ी है, सुभाष सैनी है। ये वही सुभाष सैनी है जो 2013 में भी नीट पीजी स्कैम में गिरफ्तार हो चुका है। अब फिर से नामजद है। पुलिस ने एम्स, जगन्नाथ पहाड़िया मेडिकल कॉलेज और NTA से सभी दस्तावेज तलब कर लिए हैं।

First published on: Jun 06, 2025 05:27 PM

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