Jaipur News: प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले दोनों मुख्य पार्टियों में गुटबाजी चरम पर है। राज्य में धरना-प्रदर्शनों से अपनी पहचान बना चुके बीजेपी से राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा को लेकर प्रदेश इकाई की भौंहे तनी हुई है। अब सांसद के पर कतरने की तैयारी चल रही हैं।
पार्टी नहीं करेगी समर्थन
सतीश पूनिया और किरोड़ीलाल की अदावत जगजाहिर है। हाल ही में किरोड़ी समर्थकों ने पूनिया के खिलाफ जमकर नारेबाजी की थी। पेपर लीक मामले को लेकर भी सांसद ने पूनिया पर निशाना साधा था। किरोड़ी लाल ने कहा कि पूनिया का सहयोग नहीं मिला। सूत्रों की मानें तो अब सांसद को किसी भी बड़े प्रदर्शन से पहले प्रदेश अध्यक्ष से अनुमति लेनी होगी। प्रदेश इकाई अब किसी भी भाजपा नेता के व्यक्तिगत आधार पर चलाए गए प्रदर्शन का समर्थन नहीं करेगी।
किरोड़ी समर्थकों ने लगाए थे पूनिया विरोधी नारे
सांसद किरोड़ीलाल पार्टी की अनुमति के बिना ही व्यक्तिगत प्रदर्शन करते रहे हैं। पेपर लीक का मामला हो या फिर वीरांगनाओं से जुड़ा मुद्दा। किरोड़ी के प्रदर्शन की वजह से पार्टी को कई बार बैकफुट पर आना पड़ा। राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो राजस्थान भाजपा प्रभारी अरुण सिंह, चंद्रशेखर और सतीश पूनिया ने इस संबंध में चर्चा की है कि कोई भी नेता, सांसद और विधायक पार्टी की अनुमति के बिना प्रदर्शन नहीं कर सकता।
बता दें कि वीरांगनाओं से जुड़े मामले में प्रदर्शन के दौरान किरोड़ी समर्थकों की पुलिस से हाथापाई हो गई थी। किरोड़ी समर्थकों ने पूनिया की मौजूदगी में सतीश पूनिया मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। इसके बाद पार्टी ने कार्रवाई करते हुए कुछ कार्यकर्ताओं को पार्टी से निलंबित कर दिया था।