Jaipur News: आरपीएससी पेपर लीक मामले के मास्टरमाइंड भूपेंद्र सारण की संपत्ति जेडीए कब्जे में करने की तैयारी में है। इसके लिए जेडीए ने भूपेंद्र सारण और उसके भाई को नोटिस भी जारी किया है। बता दें कि इससे पहले 23 जनवरी को जेडीए ने डिमांड नोटिस जारी कर उसे 7 दिन में जमा करवाने को कहा था।
जेडीए ने दिया संपत्ति को कूर्की करने का नोटिस
जेडीए ने 13 जनवरी को भूपेंद्र सारण के अवैध निर्माण को तोड़ दिया था। इस पर जेडीए को (Jaipur News) लगभग 19 लाख रुपए का खर्चा हुआ था। इस खर्चे की वसूली के लिए जेडीए ने 23 जनवरी को डिमांड नोटिस जारी किया था। लेकिन सात दिन बाद भी पैसे जमा नहीं कराने पर जेडीए ने संपत्ति कब्जे का नोटिस दिया है।
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कार्रवाई से बचने के लिए कोर्ट गया था मास्टरमाइंड
जेडीए ने सारण के मकान के अवैध हिस्से को तीन दिन कार्रवाई कर गिराया था। जेडीए की इस कार्रवाई से पहले मास्टरमांइड के वकीलों ने ट्रिब्यूनल कोर्ट और हाईकोर्ट में इसे बचाने के लिए याचिका भी लगाई थीए लेकिन दोनों ही कोर्ट में इन याचिकाओं को खारिज कर दिया था।
कोचिंग सचांलक ने जमा करवाई रकम
पेपरलीक प्रकरण में जेडीए ने अधिगम कोचिंग इंस्टीट्यूट पर भी कार्रवाई की थी। इस बिल्डिंग को जेडीए ने अवैध मानते हुए गिरा दिया था। उसके बाद कोचिंग संचालक को भी बिल्डिंग गिराने पर खर्च हुई रकम जमा कराने का नोटिस दिया था। जिसे कोचिंग संचालक ने सात दिन के अंदर जमा करवा दिया।
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ये है मामला
राजस्थान में 24 नवंबर को आरपीएससी टीचर भर्ती का पेपर होना था। एग्जाम वाले दिन उदयपुर में 40 स्टूडेंट्स बस में पेपर साॅल्व करते पकड़े गए थे। पेपर लीक होने के बाद आरपीएससी ने पेपर रद्द कर दिया था। इसके बाद छात्रों ने जोधपुर, जयपुर, अजमेर सहित कई शहरों में प्रदर्शन भी किया था। बता दें कि इस मामले में अब तक 55 लोगों को एसओजी गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं सरकार ने कार्रवाई करते हुए पेपर लीक मामले में 4 सरकारी कर्मचारियों को भी नौकरी से बर्खास्त कर दिया हैं।
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