Jaipur News: प्रदेश सरकार के निरोगी राजस्थान के संकल्प को साकार करने में आयुर्वेद विभाग के आयुष हैल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर सहायक साबित हो रहे हैं। इन सेंटर्स पर न केवल आमजन को आयुर्वेद उपचार की सुविधा मिल रही है, अपितु योग-प्राणायाम के जरिए स्वस्थ एवं निरोगी जीवन का प्रशिक्षण भी मिल रहा है।
500 औषधालयों को किया गया विकसित
वर्ष 2020-21 में राज्य में प्रथम चरण में 500 आयुर्वेद औषधालयों को आयुष हैल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर के रूप में विकसित किया गया। इसमें पाली जिले में भी 18 औषधालयों को चयनित कर राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप एएचडब्ल्यूसी के रूप में संचालित किया जा रहा है।
वर्ष 2021-22 में द्वितीय चरण में प्रदेश में 458 तथा पाली जिले में 16 तथा हाल ही तृतीय चरण में प्रदेश में 1000 तथा पाली जिले में 41 औषधालयों को एएचडब्ल्यूसी के रूप में चिन्हित किया गया है।
यह हैं सुविधाएं
सहायक निदेशक आयुष विभाग, डॉ बजरंगलाल शर्मा ने बताया कि एएचडब्ल्यूसी पर रोगोपचार के साथ-साथ स्वास्थ्य वर्धन गतिविधियों का भी संचालन हो रहा है। इसके तहत सभी सेंटर्स पर एक-एक महिला-पुरूष योग प्रशिक्षक लगाए गए हैं, जो प्रतिदिन सुबह एक घंटा लोगों को योग-प्राणायाम का अभ्यास कराते हैं। इसके अलावा सेंटर्स पर मलेरिया, डेंगू, शुगर, गर्भ आदि की निशुल्क जांच सुविधा भी उपलब्ध है।
आशा वर्कर का मिल रहा सहयोग
वहीं पंचकर्म, नाडी स्वेदन, स्नेहण जैसी सेवाएं भी शुरू की गई हैं। सेंटर्स पर हर्बल गार्डन भी विकसित किए गए हैं, जहां विभिन्न प्रकार की औषधियां के पौधे लगाए गए हैं ताकि आमजन भी उनके बारे में जानकारी प्राप्त कर जागरूक हो सकें।
डॉ शर्मा ने बताया कि आयुष हैल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर्स में आशा सहयोगिनी और एएनएम आदि की भी सहभागिता सुनिश्चित की जा रही है, ताकि लोगों को अधिक से अधिक स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिल सके।