अमित पांडेय, चंडीगढ़: पंजाब के सीएम भगवंत मान ने शुक्रवार को इंडस्ट्रियल क्षेत्र संबंधी बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि इंडस्ट्रियल जमीन के लिए अब ग्रीन कलर का स्टांप पेपर होगा। इससे आसानी से पता लग सकेगा कि कारोबारी द्वारा किस मकसद से जमीन खरीदी गई थी और इस्तेमाल किस प्रकार हो रहा है। जल्द ही हाऊसिंग, क्लोनीयों और अन्य सैक्टर के लिए भी अलग रंग के स्टांप पेपर जारी होंगे।
सीएम भगवंत मान ने कहा कि पंजाब में निवेश करने वाले कारोबारी राज्य सरकार को बताए कि वह कितने कनाल जमीन किस मकसद से खरीदना चाहते हैं। इसके बाद सरकारी टीम जमीन संबंधी जांच के बाद उसे अप्रूवल देगी। फिर फैक्ट्री मालिक को हरे रंग का स्टांप खरीदने बारे कहा जाएगा।
इसमें सीएलयू, फॉरेस्ट, पॉल्यूशन और फायर संबंधित एनओसी के पैसे शामिल किए जाएंगे। जैसे ही रजिस्ट्री होगी, इसके बाद फैक्ट्री का निर्माण शुरू किया जा सकता है। हरे रंग के स्टांप पेपर का अर्थ है कि कारोबारी ने सारी फीसें जमा करवाई है। कई साल बाद भी जब चैकिंग होगी तब अधिकारी स्टांप पेपर देख कर ही जान जाएंगे।
सीएम ने कहा कि इंडस्ट्री के लिए अष्टाम पेपर हरे रंग के मिलेंगे। इसके पश्चात जल्द ही हाऊसिंमग, कालोनियों के लिए भी स्टांप पेपर की कलर कोडिंग होगी। ताकी स्टांप पेपर का रंग देखते ही पता चल जाएगा कि ये प्रोपर्टी किस मकसद से ली गई थी।
सीएम ने कहा कि जिस भी कारोबारी ने इंडस्ट्री के लिए जमीन खरीदनी होगी वे इनवेस्ट पंजाब को पोर्टल या दफ्तर में जाकर जानकारी देगा। इसके पश्चात इनवेस्ट पंजाब की अधिकारियों की टीम 10 दिन के भीतर मौके पर विजिट करेगी।
सीएम भगवंत मान ने कहा कि इस फैसले से कारोबारी परेशानियों से बच सकेंगे। उन्हें सरकारी दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। फैक्ट्री तैयार होने पर उक्त सभी विभागों की क्लीयरेंस की स्टांप कारोबारी के पास मौजूद हरे रंग के स्टांप पेपर पर लगाई जाएगी। यदि साल-डेढ़ साल बाद कोई अधिकारी इंस्पेक्शन के लिए आएगा तो उसे स्टांप पेपर देखकर पता लग जाएगा कि जमीन किस मकसद के लिए खरीदी गई थी और उसे किस इस्तेमाल में लाया जा रहा है।
सीएम भगवंत मान ने कहा कि पंजाब देश का पहला प्रदेश है, जिसने स्टांप पेपर की कलर कोडिंग का फैसला किया है। उम्मीद है कि यह कामयाब रहेगा और अन्य प्रदेश भी ऐसा करेंगे। उन्होंने कहा कि फिलहाल ग्रीन कलर के स्टांप पेपर की शुरूआत इंडस्ट्री क्षेत्र के लिए की जा रही है। आगामी समय में हाउसिंग व अन्य क्षेत्रों के स्टांप पेपर के कलर भी अलग-अलग किए जाएंगे।
पंजाब इन्वेस्टमेंट समिट से बड़ा निवेश
गौरतलब है कि 23-24 फरवरी को मान सरकार ने पहली बार पंजाब के मोहाली में पंजाब इन्वेस्टमेंट समिट आयोजित किया था। इसके आधार पर CM मान ने पंजाब में कई बड़ी कंपनियों द्वारा हजारों करोड़ रुपए निवेश किए जाने का दावा किया था। साथ ही हजारों पंजाबियों को विदेशों में न जाकर पंजाब में ही नौकरियां मिलने का दावा
किया था। उन्होंने टाटा स्टील द्वारा 2600 करोड़ रुपए की लागत से जमशेदपुर के बाद दूसरा सबसे बड़ा स्टील प्लांट लुधियाना में लगाए जाने की बात कही है।