Punjab Scrap Traders On Strike: पंंजाब के गोबिन्दगढ़ मे स्थित देश की सबसे बड़ी लोहा नगरी मंडी में स्क्रैप कारोबारी हड़ताल पर बैठे है। मंगलवार को इस हड़ताल का दूसरा दिन है। अब सवाल ये है कि आखिरकार ये हड़ताल क्यों की की गई है। दरअसल, कारोबारियों ने हड़ताल जीएसटी रेट के खिलाफ शुरू की है। कारोबारियों का आरोप है कि जीएसटी के मोबाईल विंग बिना वजह अपनी मनमनियां कर रहे है, जिससे सिर्फ कारोबारियों को ही नुकसान हो रहा है।
जानकारी के अनुसार, इस हड़ताल के चलते लोहा नगरी का कारोबार काफी प्रभावित हो रहा है। इस हड़ताल से एक दिन में 100 करोड़ से अधिक रुपयों का नुकसान हो रहा है। ये नुकसान सिर्फ कारोबारियों को ही नहीं बल्कि सरकार के भी हो रहा है।
यह भी पढ़ें: 15 दिन की शादी का दर्दनाक अंत; प्रेमी के साथ आई ससुराल, फिर गला रेतकर की पति की हत्या
क्यों किया हड़ताल
दि आयरन स्क्रैप ट्रेडर्स वेल्फेयर एसोसिएशन अध्यक्ष अमन शर्मा ने बताया कि एक्साइज एंड टैकसेशन अधिकारी जीएसटी चोरी करने के बात कर उन्हें परेशान कर रहे है। तमाम कागजात पूरे होते है उसके बावजूद हमारी गाड़ियों को घेरा जाता है। उसके बाद पेनल्टी लगाने की धमकी दी जाती है। हमे रोज तंग किया जाता है जबकि सबसे ज्यादा टैक्स हम ही देते है।
4 सितंबर से हड़ताल शुरू
इन सब कारणों के चलते हमने विरोध कर 4 सितंबर से हड़ताल शुरू की। उन्होंने आगे बताया कि मंडी गोविंदगढ़ में हड़ताल से करीब 100 करोड़ से अधिक के बिजनेस पर प्रभाव पड़ रहा है, इससे लेबर को काम करने को नहीं मिल रहा। फर्नेस वालों को स्क्रैप नहीं मिल रही है। जिसके कारण दूसरी इंडस्ट्री पर भी असर देखने को मिल रहा है।
डीटीसी की मीटिंग से नाखुश करोबारी
डिविजनल टैक्स कमिश्नर दरवीर राज ने आज स्क्रैप कारोबारियों के साथ बैठक कर मामले को सुलझाने की कोशिश की । जिसमें अधिकारियों ने कहा की बिना वजह कारोबारियों को तंग नहीं किया जाएगा। लेकिन कारोबारी इस बात को मानने को तैयार नहीं। उनका कहना है कि इस बात को लिखित में लिखकर दो तब हम भरोसा करेंगे और फिर ही हड़ताल खत्म होंगी।