अशीष शर्मा/बरनाला
पंजाब के बरनाला में एक परिवार के तीनों बच्चों को एक साथ एक ही दिन सरकारी नौकरी मिली है। इससे भी ज्यादा हैरानी की बात यह है कि पहले तीनों भाई-बहनों की शिक्षा विभाग में भर्ती हुई। उसके बाद सबसे बड़ा बेटा पुलिस विभाग में सब-इंस्पेक्टर के पद पर भर्ती हो गया। वहीं, छोटा भाई और बहन शिक्षा विभाग में काम कर रहे हैं। बच्चों की इस उपलब्धि पर परिवार में खुशी का माहौल है। बच्चों के पिता शिक्षा विभाग में ईटीटी शिक्षक हैं। पिता ने बच्चों के भविष्य के लिए अपना प्रमोशन तक छोड़ दिया है।
पिता ने की सरकार की तारीफ
ये परिवार बरनाला के कालेका गांव का रहने वाला है। जहां इस मेहनतकश परिवार के दो बेटों और एक बेटी को सरकारी नौकरी मिली है। बच्चों की इस उपलब्धि पर परिवार समेत पूरा गांव गर्व महसूस कर रहा है। परिवार ने पंजाब सरकार द्वारा दी जा रही सरकारी नौकरी के पहल की तारीफ की। इस मौके पर बच्चों के पिता महेंद्रपाल सिंह ने कहा कि वह शिक्षा विभाग में ईटीटी अध्यापक के पद पर काम कर रहे हैं। आज उनके तीनों बच्चे सरकारी नौकरी पाने में सफल हो गए हैं। पंजाब सरकार की पहल की वजह से साधारण परिवारों के बच्चों को सरकारी नौकरी मिल पा रही है।
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ਤਿੰਨਾਂ ਵਿੱਚੋਂ ਇੱਕ ਸਰਕਾਰੀ ਨੌਕਰੀ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਨ ਵਾਲੀ ਅਧਿਆਪਕਾ ਨੇ ਕੀਤਾ CM @BhagwantMann ਦਾ ਧੰਨਵਾਦ। pic.twitter.com/IZnVWd6Nk0---विज्ञापन---— AAP Punjab (@AAPPunjab) March 29, 2025
मां ने भी जाहिर की कुशी
उन्होंने आगे कहा कि उनके तीनों बच्चों ने पहले ETT और बाद में TET पेपर को पास किया, जिसके बाद उन्हें इस नौकरी के लिए सिलेक्ट किया गया। उन्होंने कहा कि उनके बच्चों की कड़ी मेहनत की बदौलत उन्हें यह उपलब्धि हासिल हुई है। साथ ही उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए अपना प्रमोशन तक छोड़ दिया था। वहीं, इनकी मां सुखपाल कौर ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि उनके बच्चों की मेहनत रंग लाई है। उन्होंने कहा कि वह अपने बच्चों को पढ़ाई के अलावा कोई और काम करने की इजाजत नहीं देती थीं। बच्चों ने बहुत मेहनत की है और उन्हें नौकरी भी मिल गई है, जिसके लिए वह ईश्वर, सरकार और सभी का धन्यवाद करती हैं।
2 साल से कर रहे थे नौकरी की तैयारी
सब इंस्पेक्टर की नौकरी पाने वाले गुरिंदरपाल सिंह ने कहा कि वह पिछले 2 साल से नौकरी की तैयारी कर रहे थे। बेरोजगारों को रोजगार मुहैया कराने की पंजाब सरकार की पहल बेहद सराहनीय है। उन्होंने कहा कि बड़े भाई होने के नाते वह पहले से तैयारी कर रहे थे और अपने अनुभव छोटे भाई-बहनों के साथ शेयर कर रहे थे, जिसका उन्हें फायदा भी हुआ। उन्होंने कहा कि इस उपलब्धि में उनके माता-पिता का बहुत बड़ा सहयोग रहा है। उन्होंने बताया कि इससे पहले तीनों भाई-बहन सरकारी शिक्षक के पद पर भर्ती हुए थे और तीनों की भर्ती एक ही दिन हुई थी। इसके बाद उन्होंने अपनी शिक्षक नौकरी छोड़ दी और पुलिस विभाग में शामिल हो गए। उन्होंने कहा कि पूरे गांव को हमारी इस उपलब्धि पर गर्व है।
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तीनों भाई-बहन को मिली सरकारी नौकरी
वहीं शिक्षा विभाग में नौकरी पाने वाले बिक्रमपाल सिंह ने कहा कि वह शिक्षा विभाग में कार्यरत हैं। उनके घर में तीनों भाई-बहनों को एक ही दिन नौकरी मिल गई है। उन्होंने बताया कि इससे पहले वह जेल वार्डन के पद पर भी कार्यरत रह चुके हैं, जिसके बाद उन्होंने वह नौकरी छोड़ दी और शिक्षा विभाग में शामिल हो गए। वहीं, अमृतपाल कौर ने बताया कि वह पंजाब शिक्षा विभाग में सरकारी अध्यापिका के पद पर कार्यरत हैं। वह हमेशा से इस क्षेत्र में काम करना चाहती थीं। उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की बहुत खुशी है कि उनके तीनों भाई-बहन सरकारी नौकरी में हैं।