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Punjab: अपराधियों को ही नहीं, ट्रैफिक को भी सुधारेगी ‘तीसरी आंख’, जालंधर में ढाई करोड़ के प्रोजेक्ट को मिली मंजूरी

Green Corridor Jalandhar: शहर में ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार को लेकर नगर निगम ने जालंधर में ढाई करोड़ के प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है। इसके तहत शहर में ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने में मदद मिलेगी।

Edited By : Deepti Sharma | Updated: Sep 12, 2024 15:32
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green corridor jalandhar
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Green Corridor Jalandhar: पंजाब की भगवंत मान सरकार द्वारा प्रदेश के विकास के साथ-साथ राज्य के लोगों के जीवन को भी बेहतर बनाने के लिए लगातार काम किया जा रहा है। इसके लिए पंजाब सरकार द्वारा कई योजनाएं चलाई जा रही है। इन्हीं में से नगर निगम की तरफ से एक प्रोजेक्ट को मंजूरी मिली है। दरअसल, जालंधर में अब वाहन चालकों को जाम से मुक्ति मिलने वाली है। दरअसल अब नगर निगम सिटी में लगे ट्रैफिक सिग्नल अपग्रेड करेगा जो सेंसर से लैस होंगे, साथ ही वह खुद ही टाइम मैनेजमेंट करेंगे। इन्हें कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से भी कनेक्ट किया जाएगा। ऐसा होने से कमांड और कंट्रोल सेंटर से सीधे ट्रैफिक सिग्नल में टाइम मैनेजमेंट का पता भी लगेगा।

डेढ़ महीने में पूरा होगा काम

एसडीओ सौरभ संधू ने बताया कि नगर निगम अगले महीने से अपग्रेड का काम शुरू हो जाएगा, जो लगभग डेढ़ महीने में पूरा होगा। इसके लिए प्रस्तावित ढाई करोड़ रुपए की मंजूरी मिल चुकी है। अपग्रेडेशन के ट्रैफिक लाइटों में तीनों सिग्नल के लिए टाइमर सेट होता है। इसका चौराहों पर खड़े वाहनों की संख्या से कोई लेनादेना नहीं होता, लेकिन अपग्रेडेड सिग्नल सेंसर से लैस होंगे, जो वाहनों की संख्या के हिसाब से टाइम मैनेजमेंट करेगा। यदि सिग्नल पर वाहन नहीं हैं, तो कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से लाइट अपने आप चेंज हो जाएगी।

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लोगों को जाम से मिलेगी राहत

इसके साथ ही यदि ट्रैफिक सिग्नल पर वाहनों की कतार लगी है, तो खुद ही टाइम बढ़ा लेगा। पीक ऑवर्स में शहर की जिन सड़कों पर ट्रैफिक अधिक होता है, उसमें बदलाव होगा। पुराने सिस्टम में सुबह से शाम तक ट्रैफिक सिग्नल की एक ही टाइमिंग सेट होती है। पीक आवर्स में लोगों को सिग्नल पर लंबा इंतजार करना पड़ता है। इससे भी लोगों को राहत मिलेगी।

ट्रैफिक में फंसने से एंबुलेंस को नहीं होगी देरी

वाहन चालकों को जहां जाम से मुक्ति मिलेगी, वहीं वीआईपी मूवमेंट या इमरजेंसी के समय एंबुलेंस के लिए सीधे कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से ग्रीन कॉरिडोर बनेगा। ऐसा होने से वीआईपी वाहन सीधे अपने मंजिल को निकल जाएंगे। वहीं, एंबुलेंस को भी ट्रैफिक में फंसने के कारण देरी नहीं होगी।

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सिग्नल होंगे अपग्रेड

चौक, गुरुनानक मिशन चौक, नकोदर चौक, फुटबाल चौक, डॉ. अंबेडकर चौक, प्रेस क्लब, बीएसएफ चौक, कपूरथला चौक, श्रीराम चौक। सिटी में लगे ट्रैफिक सिग्नल काफी पुराने हो चुके हैं, इसलिए पहले चरण में सिटी के नौ जंक्शनों पर ट्रैफिक सिग्नल अपग्रेड किए जाएंगे। इनकी टाइमिंग सुबह से लेकर शाम तक एक ही रहती है। इस कारण से कई स्थानों पर एक साइड में वाहनों की लंबी कतार लग जाती है।

ऑनलाइन कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में पहुंचेगी सूचना

वहीं, सिटी में 28 चौक-चौराहों पर लगीं ट्रैफिक लाइटों की मेंटेनेंस का काम निगम ही करता है। अगर कोई सिग्नल खराब हो जाए, तो इसे समय पर पर ठीक भी नहीं किया जाता। नए ट्रैफिक सिग्नल लग जाने के बाद अगर इनमें कोई खराबी आती है तो इसकी सूचना तुरंत ऑनलाइन कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में पहुंच जाएगी। इसके बाद कंपनी सिग्नल की मेंटेनेंस भी करेगी। इस मामले में निगम कमिश्नर गौतम जैन ने कहा कि प्रोजेक्ट की बोर्ड के ऑफ डायरेक्टर्स की मीटिंग में मंजूरी मिल चुकी है। 2.50 करोड़ से इस प्रोजेक्ट पर काम होगा।

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Written By

Deepti Sharma

First published on: Sep 12, 2024 03:32 PM

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