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खाड़ी देशों से 17 और बेटियों की हुई वतन वापसी; ट्रैवल एजेंटों के चक्कर में फंसी 48 लड़कियों को भारत लाए संत सीचेवाल

girls returning from arab countries: राज्यसभा सदस्य और पर्यावरणविद् संत बलबीर सिंह सीचेवाल के निरंतर प्रयासों और विदेश मंत्रालय के सहयोग से एक महीने में मस्कट, ओमान और इराक से 17 लड़कियों को सुरक्षित वापस लाया गया है। अरब देशों में ये लड़कियां पिछले 6-7 महीने से ट्रैवल एजेंटों के चंगुल में फंसी हुई थीं।

Edited By : Balraj Singh | Updated: Oct 14, 2023 00:20
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girls returning from arab countries, कपूरथला: राज्यसभा सदस्य और पर्यावरणविद् संत बलबीर सिंह सीचेवाल के निरंतर प्रयासों और विदेश मंत्रालय के सहयोग से एक महीने में मस्कट, ओमान और इराक से 17 लड़कियों को सुरक्षित वापस लाया गया है। अरब देशों में ये लड़कियां पिछले 6-7 महीने से ट्रैवल एजेंटों के चंगुल में फंसी हुई थीं। अब तक संत सीचेवाल के प्रयासों से अरब देशों से वापस लाई गई लड़कियों की संख्या 48 तक पहुंच गई है। उन्हें तरह-तरह से प्रताड़ित किया जा रहा था। जब अपने परिवार के पास लौटीं तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा।

17 लड़कियों में एक लड़की झारखंड की तो 16 पंजाब से

स्वदेश वापसी इन 17 लड़कियों में एक लड़की झारखंड और बाकी पंजाब की हैं। इनमें निर्मल कुटिया, सुल्तानपुर लोधी पहुंची तीन लड़कियों ने अपनी पीड़ा की कहानी बताई और बताया कि उनके साथ किस तरह अमानवीय काम किया जा रहा है। उन्हें बड़े जानवरों का मांस काटकर अपना भोजन तैयार करने के लिए मजबूर किया गया। जो उनके स्वभाव का हिस्सा था, संस्कृति का नहीं. नवांशहर, अमृतसर और मोहाली जिलों से आईं इन लड़कियों ने राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल को धन्यवाद दिया और पंजाब के लोगों से अपील की कि वे अपनी बेटियों को मस्कट और इराक जैसे देशों में न भेजें।

‘भले ही मेरा पैर टूट गया था, फिर भी थे काम लेते थे वो’

वापस आईं इन लड़कियों में नवाशहर जिले की एक महिला ने बताया कि मस्कट में जहां वह काम कर रही थी, वहां तिलक गिर गया था और उसका पैर टूट गया था। इस पीड़ा के बावजूद उन्हें कोई इलाज नहीं दिया गया, बल्कि काम करने के लिए मजबूर किया गया। वहां सभी लड़कियों का इस तरह से इलाज किया जा रहा था कि अगर वे बीमार पड़ जाएं तो उन्हें कोई इलाज नहीं दिया जाए।

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दो लड़कियों ने आत्महत्या कर ली

मोहाली से जुड़ी लड़की ने कहा कि वहां की लड़कियों की हालत बयान नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि लड़कियों के साथ ऐसा व्यवहार किया जा रहा है कि उनकी आंखों के सामने दो लड़कियों ने वहां के हालात से तंग आकर आत्महत्या करने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि वहां लड़कियों को पीटने से वे इस हद तक डर जाती हैं कि वे इतना सख्त फैसला ले रही हैं या फिर अपने हिसाब से जिंदगी जीने को मजबूर हैं, जहां उनके साथ गलत काम करने की कोशिश की जा रही है।

जान गंवाने वाली लड़कियां गायब हो गईं

इसी तरह अमृतसर जिले से वापस आई लड़की ने बताया कि शुरू में वहां के एजेंटों द्वारा लड़कियों के साथ बहुत बुरा व्यवहार किया जाता है. लेकिन जैसे ही वे लड़कियों से अरबी में लिखे शपथ पत्र पर हस्ताक्षर कराते हैं, उनका व्यवहार बदल जाता है। ये शपथ पत्र ही इन लड़कियों को गुलामी की ओर धकेलते हैं और सालों तक अपने चंगुल में फंसाए रखते हैं। पीड़ित लड़कियों का दावा है कि जिन 2 लड़कियों ने वहां अपनी जान बचाने की कोशिश की थी, उन्हें कंपनी ने गायब कर दिया और अब तक इन लड़कियों का कुछ पता नहीं चल पाया है।

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सीचेवाल ने कहा-हम इस मुद्दे को पंजाब के डीजीपी के समक्ष उठाएंगे

सीचेवाल ने पीड़ित लड़कियों के परिवार को सांत्वना दी और कहा कि संकट की घड़ी में वे उनके साथ खड़े हैं। संत सीचेवाल ने इन लड़कियों द्वारा दिखाए गए साहस और साहस की सराहना की। सीचेवाल ने कहा कि बदमाश एजेंटों का मामला डीजीपी के पास उठाया जाएगा ताकि उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके। उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रालय के सहयोग से मस्कट, ओमान और इराक में भारतीय दूतावासों ने जिस तेजी से इन लड़कियों को उनके परिवारों तक वापस पहुंचाया, वह बेहद सराहनीय है। उन्होंने इसके लिए विदेश मंत्रालय और भारतीय दूतावास के अधिकारियों को धन्यवाद दिया।

First published on: Oct 14, 2023 12:19 AM
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