Dehradun News: केंद्र सरकार (Central government) की ओर से पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (Popular Front of India) पर प्रतिबंध लगाने जाने के बाद उत्तराखंड सरकार (Uttarakhand Government) ने भी एक आदेश जारी (Order Issue) किया है। उत्तराखंड के मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु (Chief Secretary Dr. SS Sandhu) ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों और पुलिस अधिकारियों के लिए निर्देश जारी किए हैं। उत्तराखंड में यह कार्रवाई गुरुवार देर शाम हुई है। आदेश के मुताबिक पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को कुछ खास शक्तियां दी गई हैं।
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ये हैं पीएफआई के सहयोगी संगठन
बता दें कि केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय की ओर से देश में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) समेत उसके सहयोगी संगठनों पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। इनमें PFI के अलावा रिहैब इंडिया फाउंडेशन (RIF), कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया (CFI), ऑल इंडिया इमाम काउंसिल (AIIC), नेशनल कॉन्फेडरेशन ऑफ ह्यूमन राइट्स ऑर्गनाइजेशन (NCHRO),
नेशनल वुमन फ्रंट (NWF), जूनियर फ्रंट (JF), एम्पावर इंडिया फाउंडेशन (EIF) और रिहैब फाउंडेशन-केरल (RF-K) शामिल हैं।
Popular Front of India (PFI) and its allied fronts have been declared "banned" in Uttarakhand. Chief Secretary SS Sandhu has directed all the District Magistrates and Superintendents of Police of the state to take action accordingly.
---विज्ञापन---— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) September 29, 2022
उत्तराखंड में भी प्रतिबंध का आदेश जारी
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक गुरुवार देर शाम पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) और उसके सहयोगी मोर्चों को उत्तराखंड में प्रतिबंधित घोषित किया गया है। मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधू ने राज्य के सभी जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को तदनुसार कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। राज्य में जारी अधीसूचना के मुताबिक सभी जिलाधिकारी, एसएसपी और एसपी को इस प्रतिबंध का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई का आधिकारी होगा।
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Uttar Pradesh Police arrests a PFI activist for allegedly carrying out anti-national activities, incriminating documents recovered; case registered under UAPA at Bikapur PS, Ayodhya
PFI dissolved the organisation after the Government of India imposed a five-year ban. pic.twitter.com/A7d6lMDPxW
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) September 29, 2022
देशभर से हो रही हैं गिरफ्तारियां
बता दें कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के अलावा देशभर से काफी बड़ी संख्या में पीएफआई के पदाधिकारियों और सदस्यों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। वहीं अभी भी देशभर में अभियान चल रहा है। उत्तर प्रदेश की अयोध्या पुलिस ने गुरुवार को कथित रूप से राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने के आरोप में एक PFI कार्यकर्ता को गिरफ्तार किया है। अयोध्या के बीकापुर थाने में यूएपीए के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
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