के जे श्रीवत्सन, नागौर: मेघालय के राज्यपाल सतपाल मलिक का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि दिल्ली के राजपथ का नाम बदलने की जरूरत नहीं थी, राजपथ अपने आप में बहुत अच्छा नाम था, सभी जानते थे, लेकिन बदल दिया गया है। उन्होंने कहा कि राजपथ का नाम बदलना मोदी जी के नजरिए में सही है, राजपथ बोलने और कहने में बहुत सही है, सरकार ने जो नाम कर्तव्य पथ दिया है, उसे लगता जैसे किसी मंत्र का उचारण कर रहें है।
बता दें कि अभी हाल ही में दिल्ली के राजपथ का नाम बदलकर कर्तव्य पथ कर दिया गया है। उन्होंने ने आगे कहा कि इसका मतलब यह नहीं है कि वे मोदी सरकार के खिलाफ है, वह मोदी के समर्थक है, उनकी हर बात का सपोर्ट करते हैं। सतपाल मलिक नागौर जा रहे थे, इस दौरान कुछ देर के लिए झुंझुनूं के बगड़ में रूके थे। यहीं मीडिया से बात करते हुए उन्होंने यह बयान दिया है।
उपराष्ट्रपति बनने का था ऑफर
उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार के तरफ से उन्हें उपराष्ट्रपति बनाने के लिए पहले से इशारा दिया गया था, लेकिन उन्हें चुप रहने के लिए कहा गया था। लेकिन मैं महसूस करता हूं वो जरुर बोलता हूं। लेकिन वह किसान पुत्र है, वह उनके दर्द को महसूस करते है। उन्होंने कहा कि आज देश में किसानों की आमदनी घट रही है। उन्होंने किसानों का भी जिक्र किया और कहा कि किसानों को एमएसपी मिलनी चाहिए। उन्हें नहीं लगाता है कि किसानों को एमएसपी मिलेगी। उन्होंने कहा कि हालात को देखते हुए किसानों को आंदोलन करना पड़ेगा। उन्हें नहीं लगता केन्द्र सरकार एमएसपी को लागू कर दें, अगर सरकार एमएसपी को लागू नहीं करती है तो लड़ाई होगी। किसानों की जहां लड़ाई हो रही है, वहां मैं पहुंच जाउंगा।
भाजपा के लोगों पर साधा निशाना
वहीं देश में छापेमारी को लेकर उन्होंने कहा कि भाजपा में भी बहुत से लोग है जिन पर छापामार कार्रवाई होनी चाहिए। केन्द्र सरकार को उन पर कार्रवाई करनी चाहिए। उन पर ईडी सीबीआई के छापों की जरुरत है। कांग्रेस की ओर से चलाए जा रहे भारत जोडों आंदोलन को लेकर कहा कि वह अपनी पार्टी के लिए काम कर रहें है। राहुल गांधी युवा नेता है, कोई भी नेता ऐसा काम नहीं करता है जो आज राहुल गांधी कर रहें है। उन्हें लगता है कि अच्छा काम कर रहें है।