Noida News: नोएडा में आज शुक्रवार को 43 बिल्डरों के लिए बकाया राशि जमा करने का अंतिम दिन है. यदि निर्धारित समय तक रकम जमा नहीं की गई, तो नोएडा प्राधिकरण इन बिल्डरों से राहत पैकेज वापस लेने की तैयारी में है. प्राधिकरण चेयरमैन दीपक कुमार के निर्देश पर इन सभी 43 बिल्डर परियोजनाओं को पहले ही नोटिस जारी किए जा चुके हैं, लेकिन अब तक किसी ने भी बकाया राशि जमा नहीं की है.
57 में से 6 परियोजनाओं का बकाया समाप्त
नोएडा में कुल 57 बिल्डर परियोजनाएं राहत पैकेज के तहत शामिल की गई थी. इनमें से 6 परियोजनाओं का बकाया जीरो पीरियड का लाभ मिलने के बाद समाप्त हो चुका है, जबकि 8 बिल्डरों ने अपनी बकाया राशि जमा कर दी है.
43 बिल्डरों को भेजे नोटिस
शेष 43 बिल्डरों को नोटिस भेजे गए थे, लेकिन उनमें से किसी ने अब तक प्राधिकरण के खाते में रकम नहीं डाली. ऐसे में शुक्रवार के बाद इन पर एक नवंबर से मिलने वाली सभी राहत खत्म की जा सकती हैं. हालांकि, अंतिम निर्णय शासन स्तर पर लिया जाएगा.
अमिताभ कांत समिति का मिला लाभ
अमिताभ कांत समिति की सिफारिशों के आधार पर उत्तर प्रदेश सरकार ने 21 दिसंबर 2023 को शासनादेश जारी किया था. इसके बाद प्राधिकरण ने पहले चरण में उन 57 बिल्डर परियोजनाओं को शामिल किया, जिनका कोई मामला न्यायालय में लंबित नहीं था. मार्च-अप्रैल 2024 से बिल्डरों द्वारा बकाया भुगतान शुरू हुआ था. इनमें से 35 बिल्डरों ने कुल बकाया का 25 प्रतिशत हिस्सा जमा किया, लेकिन उसके बाद अगली किस्त नहीं दी.
नौ हजार करोड़ का बकाया
जिन बिल्डरों पर 100 करोड़ रुपये तक का बकाया था, उन्हें एक साल में पूरी रकम चुकाने की शर्त दी गई थी. इसके बावजूद कुछ बिल्डरों ने केवल आंशिक भुगतान किया, जबकि करीब 10 बिल्डरों ने अब तक एक रुपये का भी भुगतान नहीं किया. इन 57 परियोजनाओं पर कुल करीब नौ हजार करोड़ रुपये का बकाया है. प्राधिकरण अब सख्त रुख अपनाने की तैयारी में है. सूत्रों की मानें तो शुक्रवार के बाद डिफॉल्टर बिल्डरों की सूची शासन को भेजी जाएगी और राहत पैकेज की सभी सुविधाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त की जा सकती हैं.
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