Maharashtra: महाराष्ट्र के नागपुर से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां 41 साल के एक शख्स ने महिला दोस्त के शराब पार्टी के दौरान वियाग्रा की दो टैबलेट खा ली। जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई। उसके दिमाग में 300 ग्राम खून का थक्का जम गया था।
डॉक्टरों ने इसे रेयर केस बताया
जर्नल ऑफ फॉरेंसिक एंड लीगल मेडिसिन में पब्लिश हुई एक स्टडी में इसे रेयर केस बताया गया है। एम्स के छह डॉक्टरों ने इस केस पर स्टडी 2022 में सितंबर में जमा की थी, जो इस हफ्ते ऑनलाइन पब्लिश हुई है।
दोस्त के साथ होटल में ठहरा था शख्स
रिपोर्ट के मुताबिक, 41 साल का शख्स अपनी दोस्त से मिलने होटल गया था। जहां उसने शराब पी। फिर सिल्डेनाफिल की दो 50 एमजी वाली टैबलेट खा ली। यही कॉम्पोजिशन वियाग्रा के नाम से बाजार में बिकती है। इस दवा को खाने वाले की कोई मेडिकल या सर्जिकल हिस्ट्री नहीं थी।
अगली सुबह बिगड़ी तबियत, फिर मौत
अगली सुबह उसकी तबियत खराब होने लगी। उसे उल्टियां हुईं। महिला दोस्त ने उसे डॉक्टर के पास ले जाने के लिए कहा, लेकिन उसने यह कहकर टाल दिया कि उसे पहले भी ऐसा हो चुका है। कुछ देर बाद उसकी तबियत ज्यादा बिगड़ गई। इस पर उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसे मृत घोषित कर दिया गया।
दिमाग तक नहीं पहुंची ऑक्सीजन
डॉक्टरों के मुताबिक, शख्स की मौत सेरीब्रोवास्कुलर हेमोरेज के चलते हुई है। उसके दिमाग तक ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाई थी। उसके दिमाग में 300 ग्राम का खून का थक्का मिला। डॉक्टरों का कहना है कि हाई ब्लड प्रेशर के चलते अल्कोहल और दवा के मिश्रण की वजह से उसकी मौत हुई है।
ये नहीं करना चाहिए, जान लें
डॉक्टरों ने इसे रेयर केस बताया है। डॉक्टरों का कहना है कि इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की दवा बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं खाना चाहिए। अगर दवा लेने के बाद बेचैनी, चेस्ट पेन, ज्यादा पसीना आना जैसे लक्षण दिखें तो तत्काल डॉक्टर के पास जाना चाहिए।
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