राहुल पांडे
मुंबई के पास ठाणे के डोंबिवली में कला, संस्कृति और राष्ट्रभक्ति का भव्य संगम देखने को मिला है. यहां ढाई लाख से अधिक रंगीन दीयों से साकार की गई भारत माता की विशाल मोजैक कलाकृति ने न सिर्फ दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया है, बल्कि वर्ल्ड रिकॉर्ड्स इंडिया के अंतर्गत एक नया विश्व रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया है. यह आयोजन वंदे मातरम को 150 साल पूरे होने पर मुंबई के पास ठाणे के डोंबिवली में किया गया है.
इस आयोजन की पहल भाजपा प्रदेशाध्यक्ष रविंद्र चव्हाण के डोंबिवलीकर एक सांस्कृतिक परिवार द्वारा की गई है. डोंबिवली जिमखाना मैदान में स्थापित यह भव्य कलाकृति देखने के लिए प्रतिदिन हजारों कला-प्रेमी और नागरिक उमड़ रहे हैं. प्रदेशाध्यक्ष रविंद्र चव्हाण ने बताया कि भारत माता का पूजन और वंदन बचपन से मिले संस्कारों का अभिन्न हिस्सा है. राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम’ के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में भारत माता को एक अनोखी मानवंदना देने के उद्देश्य से इस विश्व रिकॉर्ड का संकल्प लिया गया.
95 फिट ऊंची और 75 फीट चौड़ी भारत माता का मोजैक
उन्होंने कलाकार चेतन राऊत प्रभु कापसे और वैभव कापसे की पिता–पुत्र जोड़ी सहित पूरी कलाकार टीम की सराहना की. इन कलाकारों ने लगातार नौ दिनों तक दिन-रात मेहनत कर दीयों को रंगते हुए इस अद्भुत मोजैक को साकार किया. करीब 95 फीट ऊंची और 75 फीट चौड़ी यह विशाल भारत माता की मोजैक कलाकृति मिट्टी से बने रंगीन दीयोंके माध्यम से तैयार की गई है, जो सनातन संस्कृति, कला और राष्ट्रप्रेम का सशक्त प्रतीक बनकर उभरी है.










