Pune Bus Rape Case: महाराष्ट्र की राजधानी पुणे में इंसानियत तार-तार हुई है। महाराष्ट्र स्टेट ट्रांसपोर्ट की एक खड़ी बस में 26 वर्षीय महिला से दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया गया। जहां वारदात हुई है, उससे महज कुछ ही मीटर की दूरी पर पुलिस थाना है। इस वारदात से देशभर में गुस्सा है और घटना को लेकर शिवसेना गुट ने डिपो के सुरक्षा कार्यालय में तोड़फोड़ की है। घटना को लेकर मंत्रालय में बैठक भी बुलाई गई, पुलिस ने इस मामले की जांच के लिए 13 टीमें बनाई हैं। आसपास के सीसीटीवी खंगाले जा रहे हैं और डॉग स्क्वाड को भी लगाया गया है। बता दें, आरोपी की पहचान हो चुकी है और आरोपी पर एक लाख का इनाम रखा गया है। इस बीच डिपो के सभी 23 सुरक्षा गार्ड को सस्पेंड कर दिया गया है।
घटना से देशभर में गुस्सा?
पुणे के भीड़भाड़ वाले स्वारगेट बस डिपो में खड़ी एक बस में लड़की से हैवानियत के बाद पूरा देश गुस्से में है। मामले की जांच पुणे क्राइम ब्रांच कर रही है। पुलिस ने आरोपी के गांव के 20 से 25 लोगों से पूछताछ की है। फिलहाल, आरोपी की तलाशी की जा रही है। आरोपी की पहचान दत्तात्रेय गाडे के रूप में हुई है, जिसका आपराधिक रिकॉर्ड है।
पीड़िता मेडिकल फील्ड में काम करती है
खबर के मुताबिक, पीड़िता मेडिकल फील्ड में काम करती है और मंगलवार की सुबह करीब 5.45 पर फलटण, सतारा की बस का इंतजार कर रही थी। तभी उसके पास एक आदमी आया और उसे ‘दीदी’ बोलते हुए कहा कि सतारा की बसें दूसरी तरफ से जाती हैं। इसके बाद आरोपी उस महिला को डिपो के बाहर खड़ी ‘शिव शाही’ एसी बस में ले गया। बस में लाइटें बंद थीं और महिला बस में चढ़ने से डर रही थी, लेकिन आरोपी ने उसे बताया कि यही बस सतारा जाएगी। इस घटना को अंजाम देने वाला आरोपी 36 वर्षीय दत्तात्रेय रामदास गाडे पर पुणे और अहल्यानगर में चोरी, लूट, छिनैती समेत 6-7 मामले दर्ज हैं। साल 2019 से वह बेल पर बाहर है।
जानकारी के मुताबिक, खाली खड़ी एसी बस 25 फरवरी की सुबह 3.40 पर सोलापुर से आई थी और गन्ने के जूस की दुकान के सामने पार्क की गई थी। बताया गया कि आरोपी शख्स ने महिला से खुद को बस का कंडक्टर बताया था और महिला को बस के अंदर ले गया। इस घटना की जानकारी मिलते ही परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने इस डिपो में तैनात सभी सुरक्षा गार्ड को हटा दिया है।
सीसीटीवी फुटेज में कैद मामला
यह पूरी घटना सीसीटीवी में दिख रही है और महिला उस आरोपी के साथ बस की ओर जा रही है। घटना के समय बस अड्डे पर बहुत सारी बसें और लोग मौजूद थे। पीड़ित महिला ने वारदात के बाद पुलिस के पास न जाकर दूसरी बस पकड़ कर अपने दोस्त को फोन कर पूरी बात बताई। इसके बाद, दोस्त की सलाह मानते हुए पुलिस स्टेशन पहुंचकर मामले की पूरी जानकारी दी। इस बीच शिवसेना यूबीटी और एनसीपी शरद पवार गुट ने घटना को लेकर प्रोटेस्ट किया। वहीं, कांग्रेस ने शक्ति कानून बनाने की मांग की है।
National Commission for Women (NCW) takes suo motu cognizance of Pune bus rape case, seeks urgent action pic.twitter.com/YyWjMnu0Fw
— ANI (@ANI) February 26, 2025
दुष्कर्म की घटना पर किसने क्या बोला?
डिप्टी सीएम अजीत पवार ने कहा कि बेहद दुर्भाग्यपूर्ण, परेशान करने वाली घटना हुई है। इस घटना ने सिख को झुका दिया है। आरोपी का अपराध माफ करने वाला नहीं है। इसके लिए फांसी के अलावा कोई सजा नहीं हो सकती है। वहीं, महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख हर्षवर्धन सपकाल ने कहा कि राज्य में रेप की घटनाएं बढ़ रही हैं।
आरोप लगाया कि बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार महिलाओं की सुरक्षा की कीमत पर ‘मुफ्त’ सुविधाओं पर ध्यान दे रही है। इसके अलावा सुप्रिया सुले ने कहा कि पुलिस को नियमित रूप से गश्त करनी चाहिए। यह घटना से साफ नजर आता है कि असामाजिक तत्वों को कानून का कोई डर नहीं है। गृह विभाग पुणे में अपराध को रोकने में पूरी तरह से विफल रहा है।
घटना पर सियासत तेज
इस घटना के बाद स्वारगेट बस अड्डे पर घटना स्थल का जायजा लेने पहुंचे गृह राज्य मंत्री योगेश कदम की कार को महिला सामाजिक कार्यकर्ता तृप्ति देसाई ने रोकने की कोशिश की। इसके बाद पुलिस ने तृप्ति देसाई को हिरासत में लिया।
इस घटना पर मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष और सांसद वर्षा गायकवाड़ ने कहा कि प्रशासन पूरी तरह से नाकाम है। डिपो में सीनियर पोस्ट खाली था और पूरी अव्यवस्था थी। अब डबल इंजन की सरकार है तो महिलाओं के लिए शक्ति कानून को मंजूरी मिलनी चाहिए।
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