महाराष्ट्र में ‘मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिन योजना’ को लेकर इन दिनों काफी भ्रम की स्थिति बनी हुई है। हाल ही में हुए एक बदलाव के बाद दावा किया जा रहा है कि लगभग 8 लाख महिलाओं को 1500 रुपये की बजाय केवल 500 रुपये ही मिल रहे हैं। बताया जा रहा है कि नए नियमों के अनुसार, 1500 रुपये प्रति माह केवल उन्हीं लाभार्थी महिलाओं को दिए जा रहे हैं जो किसी अन्य सरकारी योजना का लाभ नहीं ले रही हैं। अगर किसी महिला को पहले से किसी योजना से लाभ मिल रहा है जैसे कि ‘नमो शेतकरी महासम्मान निधि’ से 1000 रुपये प्रति माह तो ऐसी महिलाओं को लाडकी बहिन योजना के तहत केवल 500 रुपये ही दिए जा रहे हैं।
सरकार ने दी सफाई
इस पूरे मामले पर महाराष्ट्र सरकार में महिला एवं बाल कल्याण मंत्री अदिति तटकरे का बयान सामने आया है। उन्होंने स्पष्ट किया, “28 जून 2024 और 3 जुलाई 2024 को घोषित सरकारी निर्णयों के अनुसार, ‘माझी लाडकी बहिन योजना’ के तहत 1500 रुपये प्रति माह उन्हीं महिलाओं को दिए जा रहे हैं, जो किसी अन्य योजना से लाभ नहीं ले रही हैं। जो महिलाएं अन्य सरकारी योजनाओं से 1500 रुपये से कम राशि प्राप्त कर रही हैं, उन्हें शेष राशि मानदेय निधि के रूप में दी जा रही है।”
उन्होंने बताया कि 774,148 महिलाओं को 500 रुपये की सम्मान निधि दी जा रही है, क्योंकि वे ‘नमो शेतकरी सम्मान योजना’ से पहले ही 1000 रुपये प्रति माह प्राप्त कर रही हैं। अदिति तटकरे ने जोर देते हुए कहा कि इस योजना से कोई भी पात्र महिला बाहर नहीं रखी गई है, और 3 जुलाई 2024 के बाद से इस प्रक्रिया में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
दिनांक २८ जून २०२४ व दिनांक ३ जुलै २०२४ रोजी जाहीर करण्यात आलेल्या शासन निर्णयानुसार इतर कोणत्याही शासकीय योजनांचा लाभ न घेणाऱ्या महिलांना मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहीण योजनेअंतर्गत १५०० रुपये दरमहा सन्मान निधी वितरित करण्यात येत आहे. तसेच, इतर शासकीय योजनांचा १५०० रुपयांपेक्षा कमी… pic.twitter.com/485UFXrRiq
---विज्ञापन---— Aditi S Tatkare (@iAditiTatkare) April 15, 2025
विपक्ष पर साधा निशाना
अदिति तटकरे ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि मुख्यमंत्री की ‘माझी लाड़की बहिन योजना’ को लेकर जो गलत जानकारियां फैलाई जा रही हैं, उससे साफ है कि या तो विपक्ष को प्रशासनिक समझ नहीं है या फिर वे इस योजना की अपार सफलता से निराश हो चुके हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि राज्य की महिलाएं विपक्ष के दुष्प्रचार का शिकार नहीं होंगी। साथ ही, उन्होंने एक वीडियो भी साझा किया है, जिसमें वह विधानसभा की कार्रवाई के दौरान अपनी बात रख रही हैं, और यह स्पष्टीकरण विधानमंडल की कार्यवाही में दर्ज है।