महाराष्ट्र सरकार ने अपने कामकाज को बेहतर और पारदर्शी बनाने के लिए एक खास अभियान शुरू किया है। इस अभियान के जरिए सरकारी दफ्तरों की कार्यप्रणाली में बड़ा बदलाव आया है, जिससे जनता को तेजी से और सही तरीके से सेवाएं मिल रही हैं। इस पूरी प्रक्रिया में स्लम रिहैबिलिटेशन अथॉरिटी (SRA) ने सबसे बेहतर प्रदर्शन किया और राज्य में पहला स्थान हासिल किया। यह सुधार सिर्फ कागज पर नहीं, बल्कि लोगों के जीवन में भी बदलाव ला रहा है। अब झुग्गीवासियों को पक्के, सुरक्षित और सुंदर घर मिलने की उम्मीद बढ़ी है।
सरकारी कामकाज में सुधार के लिए 100 दिवसीय अभियान
महाराष्ट्र सरकार ने हाल ही में “100 दिन का ऑफिस सुधार अभियान” चलाया। इस अभियान का मकसद था कि सरकारी ऑफिसों का काम जल्दी, साफ-सुथरा और लोगों के लिए आसान हो जाए। पूरे राज्य के 12,500 से ज्यादा सरकारी दफ्तरों में ये योजना लागू की गई। इससे जिला और तालुका स्तर तक अच्छे बदलाव आए। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस काम की सफलता से खुश होकर जो विभाग अच्छा काम कर रहे थे, उन्हें इनाम दिया।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस यांच्या हस्ते मंत्रालय, मुंबई येथे आज 100 दिवसांच्या कार्यालयीन सुधारणा कार्यक्रमातील सर्वोत्तम राज्यस्तरीय महामंडळे, प्राधिकरणे, शासकीय \ निमशासकीय संस्था, मंडळे व शासकीय कंपन्यांचा सत्कार करण्यात आला.
करण्यात आलेले सत्कार:
✅ झोपडपट्टी पुनर्वसन… pic.twitter.com/8mU06FRDoZ---विज्ञापन---— CMO Maharashtra (@CMOMaharashtra) May 20, 2025
SRA को मिला पूरे राज्य में पहला स्थान
इस मूल्यांकन में 95 सरकारी संस्थाओं, निगमों और कंपनियों की समीक्षा की गई। इनमें से स्लम रिहैबिलिटेशन अथॉरिटी (SRA) को सबसे श्रेष्ठ कार्यप्रणाली के लिए पहला स्थान प्राप्त हुआ। SRA ने अपने काम और नए तरीकों से सरकारी कामकाज को बेहतर बनाया है। संस्था के मुख्य अधिकारी डॉ. महेंद्र कल्याणकर को उनके अच्छे काम के लिए मुख्यमंत्री ने सम्मानित किया और उन्हें प्रशंसा पत्र दिया। डॉ. कल्याणकर अप्रैल 2024 से इस पद पर हैं। वे “झुग्गी मुक्त मुंबई” यानी बिना झोपड़पट्टी वाली मुंबई बनाने के लिए लगातार मेहनत कर रहे हैं।
झुग्गीवासियों को पक्के घर देने में जुटी SRA
SRA का मेन मकसद झुग्गी बस्तियों में रहने वाले लोगों को पक्के, सुरक्षित और अच्छे घर देना है। इन घरों में जरूरी सुविधाएं होती हैं और रहने लायक अच्छा माहौल होता है, जिससे लोग सम्मान के साथ जिंदगी जी सकते हैं। खास बात यह है कि डॉ. कल्याणकर और उनकी टीम ने पुराने प्रोजेक्ट्स को तेजी से पूरा किया और नई टेक्नोलॉजी और प्लान भी अपनाए। इससे काम में पारदर्शिता (transparency) और स्पीड दोनों बढ़ गई।
‘मेरा घर – मेरा अधिकार’ नीति में SRA की अहम भूमिका
महाराष्ट्र सरकार ने अभी हाल में “गृह निर्माण नीति 2025” को मंजूरी दी है, जिसका नारा है “मेरा घर – मेरा अधिकार”। इस नीति का मकसद है कि साल 2030 तक हर जरूरतमंद परिवार को एक मजबूत, सुरक्षित और पर्यावरण के अनुकूल घर दिया जाए। इस काम में SRA की बहुत बड़ी भूमिका होगी। खासकर महिलाओं, छात्रों और बुजुर्गों के लिए बनाए जाने वाले खास घरों में SRA की जिम्मेदारी बढ़ गई है। इस तरह यह योजना न सिर्फ सरकारी काम को बेहतर बनाती है, बल्कि सीधे जनता को फायदा पहुंचाने का भी अच्छा कदम है।