Shraddha Walkar Case: श्रद्धा वाकर (Shraddha Walkar) के पिता विकास वाकर ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि आखिरी बार श्रद्धा ने जब घर छोड़ा था तो उसने कहा था कि वो अब एडल्ट हो गई है। उन्होंने कहा कि बच्चों के 18 साल के होने के बाद उन्हें जरूरी सुझाव दिया जाना बेहद जरूरी है। साथ ही उनपर पैरेंट्स का नियंत्रण भी होना चाहिए।
किशोरों को मिलने वाली आजादी पर विचार करना होगा
18 वर्ष और उससे कम आयु के बच्चों पर ज्यादा परामर्श और नियंत्रण की अपील करते हुए विकास वाकर ने कहा कि बच्चों को इस उम्र में आजादी पर विचार किया जाना चाहिए। ये बातें उन्होंने डेटिंग ऐप बंबल का जिक्र करते हुए कहीं। बताया जाता है कि इसी एप पर पहली बार श्रद्धा आरोपी आफताब पूनावाला से मिली थी।
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बंबल से दिल्ली पुलिस ने भी मांगी थी जानकारी
श्रद्धा वाकर हत्याकांड की जांच कर रही दिल्ली पुलिस ने साक्ष्य जुटाने में मदद के लिए बंबल एप कंपनी से आफताब के अकाउंट का ब्योरा मांगा था। जांच में सामने आया कि इस डेटिंग ऐप के जरिए आफताब अन्य लड़कियों से भी मिला था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इसी ऐप पर मिली एक लड़की को जब वह अपने फ्लैट पर लेकर आया था, तब श्रद्धा के शव के कटे टुकड़े फ्रिज में रखे थे।
मुंबई पुलिस ने बरती ढिलाई
मामले की जांच के बारे में विकास वाकर ने कहा कि वह अब जांच की दिशा से संतुष्ट हैं, लेकिन उन्होंने ये भी कहा कि अगर महाराष्ट्र पुलिस ने पहले ही कार्रवाई की होती, तो आज मेरी बेटी जिंदा होती। उन्होंने कहा कि मैं इससे परेशान हूं कि मुंबई पुलिस ने जांच में ढिलाई बरती, जिसकी वजह से मेरी बेटी को बचाया नहीं जा सका।
2021 में आखिरी बार बात हुई थी
विकास वाकर ने बताया कि आखिरी बार उनकी श्रद्धा से बात 2021 में हुई थी। इस दौरान उन्होंने पूछा था कि तुम कहां हो, तो उसने जवाब में कहा कि वो बेंगलुरु में रह रही है। विकास वाकर ने बताया कि मैंने 26 सितंबर को आफताब से बात की थी और बेटी के बारे में पूछा था, लेकिन उसने कोई जवाब नहीं दिया था।
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