महाराष्ट्र में इन दिनों जिस तरह से राजनीतिक समीकरण बन रहे हैं, उसे देख लगता है कि भाजपा महाराष्ट्र में शत प्रतिशत भाजपा सरकार के नारे पर काम कर रही है। विधानसभा चुनाव 2024 में महायुती में चुनाव लड़कर 132 सीट जीतने वाली भाजपा ने 2029 में होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा के चुनाव अकेले लड़ने की दिशा में सफर शुरू कर दिया है। 2024 के चुनाव में भाजपा बहुमत से 15 सीट से दूर रही, इस दूरी को पूरा करने के लिए भाजपा नई रणनीति पर काम रही है।
भाजपा में शामिल हो सकते हैं कांग्रेस नेता
इसी कड़ी ने पुणे के भोर विधानसभा सीट से लगातार 3 बार विधायक चुने गए कांग्रेस नेता संग्राम थोपटे को बीजेपी अपनी पार्टी में ले रही है। बताया जाता है की संग्राम की मुलाकात अमित शाह से भी हो चुकी है। बीजेपी महाराष्ट्र के कार्यकारी अध्यक्ष रविन्द्र चव्हाण की पहल पर यह फैसला लिया गया है।
3 बार चुनाव जीते चुके हैं चुनाव
संग्राम थोपटे भोर विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर लगातार 3 बार चुनाव जीते थे, लेकिन साल 2024 में उन्हें एनसीपी अजीत गुट के उम्मीदवार शंकर मांडेकर ने हराया था। संग्राम के पिता अनंत थोपटे इसी विधानसभा सीट से 6 बार लगातार चुनाव जीतते आए है। भाजपा महाराष्ट्र में 2029 में अकेले चुनाव लड़ती है तो संग्राम थोपटे भोर विधानसभा से बीजेपी उम्मीदवार होंगे। सूत्रों की माने तो उन्हें इसी दिशा में काम करने के लिए कहा भी गया है।
सुप्रिया सुले का प्रचार
संग्राम थोपटे की राजगढ़ सहकारी चीनी मिल आर्थिक संकट में है। पिछली महायुति सरकार ने राजगढ़ सहकारी चीनी मिल के लिए 80 करोड़ का मार्जिन लोन मंजूर किया था। वहीं लोकसभा चुनाव में संग्राम थोपटे ने अजीत पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार की बजाय महाविकास अघाड़ी की उम्मीदवार सुप्रिया सुले का प्रचार किया था। इससे सुनेत्रा पवार चुनाव हार गई थी। अजीत पवार के विरोध के बाद घोषित मार्जिन ऋण वापस ले लिया गया। ऐसे में कहा यह जा रहा है की अपनी शक्कर फैक्ट्री बचाने और अजीत पवार के साथ बारामती इलाके में दो दो हाथ करने के लिए थोपटे ने यह फैसला लिया है।
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अकेले खुद के दम पर चुनाव लड़ना
महाराष्ट्र भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले हो या फिर मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस सभी कह रहे है की अगले कई सालों तक महायुति बरकरार रहेगी लेकिन लेकिन पर्दे के पीछे कुछ अलग ही खेल खेला जा रहा है मौजूदा कार्यकारी अध्यक्ष रवींद्र चव्हाण जो कुछ ही दिनों में प्रदेश अध्यक्ष बननेवाले है वो चाहते है की हर हाल में बीजेपी 2029 का विधानसभा चुनाव अकेले दम पर लड़े जिससे पार्टी को ख़ुद की ताक़त पता चलेगी साथ ही कार्यकारी अध्यक्ष बनने के बाद रवींद्र चव्हाण ने डेढ़ करोड़ बीजेपी के सदस्य भी बनाये है।