भोपाल: मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा सकती हैं। प्रशासक नियुक्ति के विरोध में प्रदेश के 13 मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स मंगलवार को हड़ताल पर रहेंगे। विरोध की पहली कड़ी में सोमवार को काली पट्टी बांध कर काम किया था। लेकिन मंगलवार को हड़ताल पर रहेंगे। सभी ने मांगों के संबंध में सरकार को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया था अन्यथा की स्थिति में हड़ताल की चेतावनी दी थी। सरकार ने उनकी मांगे नहीं मानी है।
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बता दें कि प्रशासक नियुक्ति को लेकर मेडिकल स्टाफ विरोध कर रहे है। प्रदेश सरकार आज कैबिनेट की बैठक में मेडिकल कॉलेज में प्रशासक की नियुक्ति करने का प्रस्ताव ला सकती है।
सरकार ने की वैकल्पिक व्यवस्था
इधर डॉक्टरों की हड़ताल को देखते हुए सरकार ने डॉक्टरों की वैकल्पिक व्यवस्था की है यानी कि इंटर्न डॉक्टर ऑन ड्यूटी पर रहेंगे। मरीजों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए डॉक्टर की व्यवस्था की गई है। जेपी हॉस्पिटल के 24 विशेषज्ञ डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई गई है। इसी तरह 40 आयुष डॉक्टरों की हमीदिया में ड्यूटी लगाई गई है। हड़ताल की समाप्ति तक ये सभी डॉक्टर ड्यूटी पर कार्यरत रहेंगे।
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इमरजेंसी सेवाएं रहेंगी बंद
कैबिनेट में प्रस्ताव पारित हुआ तो इमरजेंसी सेवाएं भी बंद करेंगे। 11 बजे तक इमरजेंसी सुविधाएं जारी रहेगी। डॉक्टरों का कहना 11 बजे तक इंतजार करेंगे। कैबिनेट में अगर फैसले पर मुहर लगती है तो तत्काल प्रभाव से इमरजेंसी सेवाएं बंद करेंगे। फिलहाल इमरजेंसी सेवाएं जारी है।
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